जोधपुर में रह रही पाक विस्थापित मीना सोढा (22) की शादी जैसलमेर के रहने वाले महेंद्र सिंह के साथ होने जा रही है। 22 जनवरी को उनकी शादी होनी है। मीना के माता-पिता पाकिस्तान में रहते हैं, लेकिन खुद भारत में अपने बड़े पापा के पास रह रही है। उनकी शादी में शामिल होने के लिए कई मेहमान पाकिस्तान से आएंगे। शादी में जोधपुर सहित आस पास के गांवों से 1500 रिश्तेदारों को भी न्योता दिया गया है। शादी को लेकर तैयारियां की गई है। देर रात दो बजे फेरों की रस्म होगी। मीना के पति महेंद्र सिंह (24) जैसलमेर जिले के बालाना के रहने वाले हैं। वर्तमान में जैसलमेर शहर में रह रहे हैं। उनके पिता गणपत सिंह प्रॉपर्टी डीलर हैं। वो वर्तमान में सूरतगढ़ के भाटीवाला में सेकेंड ग्रेड टीचर हैं। वहीं मीना के पिता ने बताया कि- वे भारत आना चाहते हैं। उनकी मां का देहांत भारत में हुई थी लेकिन वीजा की वजह से वे अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए थे। मीना ने बताया कि वह 11 साल से अपने बड़े पापा-बड़ी मम्मी के पास रह रही थी। दो साल पहले ही उनके पिता ने राजस्थान में शिफ्ट होने का मन बनाया तो वे भी यहां रहने लगे। हालांकि उन्हें अभी नागरिकता नहीं मिली है। मीना के पिता पाकिस्तान में प्राॅपर्टी डीलर मीना के पिता गणपत सिंह (52) ने बताया- वह जन्म से ही पाकिस्तान रहते हैं। आजादी से पहले अमरकोट रियासत भारत में थी लेकिन विभाजन के बाद यह पाकिस्तान में चली गई। तब से उनका परिवार पाकिस्तान में ही है और परिवार के साथ वहीं रह रहे हैं। वहां उनका प्रॉपर्टी डीलर का काम है। थार एक्सप्रेस शुरू करने की मांग उन्होंने बताया- वह खुद भी भारत शिफ्ट होना चाहते हैं। साल 2022 में उनकी मां की मौत हुई थी। वीजा नहीं बनने के चलते वह अपनी मां के अंतिम दर्शन करने के लिए भी भारत नहीं आ सके थे। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि पहले पाकिस्तान से चल रही थार एक्सप्रेस को शुरू किया जाए। इसके अलावा पाकिस्तान से यहां आने के लिए वाघा बॉर्डर से भी नए रूट बनाया जाए। वर्तमान में डायरेक्ट कोई फ्लाइट भी पाकिस्तान से भारत आने की नहीं है। जिन रास्तों के जरिए वह पाकिस्तान से भारत आते हैं, उसमें 35 से 36 घंटे भी लगते हैं। पाकिस्तान में सेम गौत्र में नहीं मिलते परिवार पाकिस्तान में उनके सोढा गौत्र के करीब 60 हजार लोग रहते हैं। वहां बच्चों की शादी में समस्या ये है कि उन्हीं के समाज के अन्य गोत्र के लोग नहीं मिलते हैं। ऐसे में उन्हें अपने बच्चों की शादियां करने के लिए भारत आना पड़ता है। वहां पर राजपूत सोढा गौत्र के ही परिवार रहते हैं।