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पानी के लिए जलदाय विभाग कॉलेज प्रबंधन आमने-सामने:प्रिंसिपल बोले हमने टंकी बनाने के लिए जमीन लेकिन वादे के बाद भी जलदाय विभाग पानी के ले रहा पैसे

पाली में बांगड़ कॉलेज प्रबंधन और जलदाय विभाग पानी को लेकर आमने-सामने है। कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि 18 साल पहले कॉलेज परिसर में उच्च जलाशय बनाने के लिए जलदाय विभाग ने जमीन मांगी थी। इसका लेटर अभी भी उनके पास सुरक्षित है। जिसमें साफ लिखा है कि टंकी निर्माण के बाद 3 इंची पाइप का नल कनेक्शन कॉलेज को निशुल्क दिया जाएगा। लेकिन हकीकत यह है कि जलदाय विभाग हर महीने पानी का भारी बिल भेज रहा है, जो गलत है। वही इस मामले में जलदाय विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 3 इंच की पाइप लाइन निशुल्क डालकर कॉलेज को कनेक्शन दिया लेकिन हर महीने पानी जो वे उपयोग लेते है उनका तो पैसा देना ही होगा। इस विवाद को लेकर कॉलेज प्रबंधन पिछले कुछ सालों में कई लेटर PHED को भेज चुका है। दोनों अपने-अपने तर्क दे रहे है। 10 नवम्बर 2016 का एक लेटर बांगड़ कॉलेज प्रबंधन के पास है। जिसमें PHED की ओर से कॉलेज परिसर में उच्च जलाशय (टंकी) निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध करवाने के लिए लेटर लिखा गया है। उस लेटर में यह भी लिखा गया है कि प्राचार्य बांगड़ कॉलेज द्वारा कॉलेज में 3 इंच पाइप लाइन से पानी निशुल्क उपलब्ध करवाने की मांग की है। इसको लेकर नियामानुसार उन्हें 3 इंची पाइप लाइन जल कनेक्शन उपलब्ध करवाने की पत्रावली स्वीकृति की जा सकेगी। इस लेटर को आधार मानकर जलदाय विभाग से कॉलेज प्रबंधन निशुल्क पेयजल की मांग कर रहा है। हर महीने आ रहा करीब 10 हजार का बिल
पाली के बांगड़ कॉलेज को हर महीने औसतन करीब 10-12 हजार रुपए पेयजल के लिए चुकाने पड़ रहे है। जो उन्हें लगता है कि काफी ज्यादा है। ऐसे में उन्होंने इसको लेकर जलदाय विभाग को कई लेटर लिखे ओर छात्रहित में पानी निशुल्क उपलब्ध करवाने की डिमांड की है। पत्र में साफ लिखा है कि तीन इंच की पाइप लाइन से निशुल्क कनेक्शन देंगे
मामले में बांगड़ कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एमएस राजपुरोहित कहते है कि कॉलेज प्रबंधन के पास वर्ष 2006 का लेटर अभी भी सुरक्षित पड़ा है। जिसमें 3 इंची पाइप लाइन से कॉलेज को निशुल्क पानी उपलब्ध करवाने की बात लिखी गई है। उस समय इसी बात पर जमीन देने की स्वीकृति बनी थी। निशुल्क कनेक्शन देना हमारे हाथ में ही नहीं
मामले में PHED के SE मनीष माथुर का कहना है कि टंकी से कॉलेज तक तीन इंच की पाइप लाइन का कनेक्शन कॉलेज को निशुल्क उपलब्ध करवाया गया था। जो पानी वे हर महीने उपयोग में ले रहे है उसका तो बिल उन्हें देना ही होगा। उन्हें पानी कनेक्शन निशुल्क दिया था पानी के लिए तो पैसे चुकाने होंगे।

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