सावन की महीना 11 जुलाई से शुरू हो रहा है। सावन के महीने से एक दिन पहले ही जिले में कई स्थानों पर झमाझम बरसात से हुई, जिससे मौसम खुशनुमा हो गया। माना जाता है कि आने वाले सावन और भादों के महीनों में अच्छी बारिश होती है। जिले की औसत बारिश 542.43 एमएम है और 1 जून से 10 जुलाई तक 212.62 एमएम बरसात हुई है। वहीं पिछले साल इसी अवधि के दौरान 189.87 एमएम ही हुई थी। ऐसे में इस साल अभी बरसात का कोटा पूरा नहीं है, लेकिन अच्छी बात ये है कि पिछले साल से अधिक बरसात दर्ज हुई है। जिले में इस साल एक ही दिन में सर्वाधिक बरसात एक जुलाई को बयाना में 111 एमएम दर्ज हुई है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इन दिनों धान, बाजरा, तिलहन और अन्य खरीफ फसलों की बुवाई का समय है। जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता बनै सिंह के अनुसार भरतपुर जिले(नवसृजित डीग जिले सहित) की औसत बरसात 542.43 एमएम है। इधर जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार पिछले 10 सालों की औसत वर्षा की बात करें तो जिले में सर्वाधिक भरतपुर में 814.40 एमएम हुई है, इस साल भी अभी तक कुल 340 एमएम बरसात दर्ज हुई है। भूकंप के झटके भरतपुर में भी हुए महसूस भूकंप के झटके गुरुवार सुबह राजस्थान के वि​भिन्न इलाकों सहित भरतपुर में भी महसूस किए गए। सुबह करीब 9.04 मिनट पर भरतपुर ध​रती हिली, जिससे लोगों को ऊपरी मंजिल पर रहने वाले लोगों को ज्यादा महसूस हुए। गिरीश विहार में अपने मकान में तीसरी मंजिल पर बैठे जयप्रकाश का कहना है कि भूकंप के झटके की वजह से खिड़कियों के दरवाजे हिलने लगे और आवाज आने लगी। वह घबरा गए, लेकिन ज्यादा देर तक नहीं होने से राहत ली। लोगों का कहना है कि एनसीआर के कई एरिया में 10 सेकेंड तक धरती हिली। मौसम केन्द्र के मुताबिक भूकंप की ​तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 4.4 रही। वहीं अनुसंधान केन्द्र के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस दिन अधिकतम तापमान में 4.2 डिग्री की और न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री की गिरावट आई है। अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री और न्यूनतम 25.5 डिग्री दर्ज किया गया।

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