बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज परिजनों ने युवक को उसके घर से पिता के सामने ही किडनैप कर लिया। आरोप है कि बेटे से मारपीट करने बाद आरोपियों ने बेटे को सरकारी स्कूल में पेड़ पर फंदे से लटका कर मार डाला। घटना शुक्रवार शाम 6 बजे भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया थाना इलाके के गांव कास्या में हुई। बिजौलिया हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शव रखा गया। शनिवार सुबह 6 बजे से युवक के परिजन धरने पर बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग करने लगे। मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल और पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। दोपहर 12 बजे परिजन शव लेने के तैयार हुए। पोस्टमॉर्टम के बाद अब शव सौंप दिया गया है। बिजौलिया थाना एसएचओ लोकपाल सिंह ने बताया- चार नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। चाचा ने कहा- शर्ट फाड़कर फंदा बनाकर लटकाया मृतक युवक के चाचा विजयपाल ने बताया- भतीजा अभिषेक बंजारा (18) कास्या गांव में रहता था। वह नजदीकी खदान में मजदूरी करता था और कभी-कभी टैक्सी चलाता था। उसके पिता बहादुर बंजारा भी खदान मजदूर हैं। अभिषेक का गांव की ही एक लड़की से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। शुक्रवार शाम 6 बजे लड़की के परिजन अभिषेक घर पहुंचे। बहादुर के सामने ही उसके बेटे अभिषेक को बुरी तरह पीटा और किडनैप कर ले गए। बहादुर ने बीच बचाव कर बेटे को छुड़ाने का प्रयास किया। लेकिन आरोपी अभिषेक को ले गए। इसके बाद बहादुर ने अन्य ग्रामीणों की मदद से बेटे की तलाश की। एक घंटे तक सभी लोग अभिषेक को तलाशते रहे। शाम 7 बजे के करीब कास्या गांव के सरकारी स्कूल में अभिषेक एक पेड़ पर फंदे से लटका मिला। आरोपियों ने अभिषेक की शर्ट का फंदा बनाकर उसे लटका दिया था। उसके शरीर पर चोट के निशान थे। परिजनों ने उसे फंदे से उतारा और बिजौलिया हॉस्पिटल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। विजयपाल ने बताया- अभिषेक की दो साल पहले शादी हो चुकी थी। जिस लड़की से वह प्रेम करता था वह भी शादीशुदा थी। 2 महीने पहले लड़की ने अभिषेक के साथ खुद की सेल्फी अपने ससुराल भेज दी थी। इसके बाद ससुराल वालों ने रिश्ता तोड़ लिया था। इस घटना के बाद समाज की बैठक हुई थी। इसमें दोनों पक्षों (लड़की पक्ष-अभिषेक पक्ष) में राजीनामा हो गया था। लेकिन लड़की वाले अभिषेक को मारने की धमकियां देने लगे। कास्या चौकी में इसे लेकर शिकायत की गई लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। बंजारा परंपरा के मुताबिक शादी के 2 साल बाद तक न बेटी को ससुराल भेजा जाता और और न बहू को घर लाया जाता है। ऐसे में अभिषेक की पत्नी घर नहीं आई थी और लड़की अपने ससुराल नहीं गई थी। इसी दोनों दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हो गया था। मुआवजे की मांग, गिरफ्तारी को लेकर 6 घंटे धरना-प्रदर्शन अभिषेक के शव को बिजौलिया हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। रात से ही परिजन और रिश्तेदार हॉस्पिटल के बाहर एकत्रित होने लगे। शनिवार सुबह 6 बजे सभी वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग को लेकर धरना देकर बैठ गए। इस दौरान कास्या चौकी प्रभारी पर कार्रवाई कर सस्पेंड करने की भी मांग रखी गई। परिजनों ने कहा कि अभिषेक को लगातार धमकियां दी जा रही थी। चौकी पर जाते तो वहां से झिड़क कर भगा दिया जाता था। विधायक ने कार्रवाई का आश्वासन दिया तब माने शनिवार सुबह बिजौलिया हॉस्पिटल के बाहर धरने की सूचना पर एसएचओ लोकपाल सिंह और तहसीलदार इमरान भी पहुंचे। मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल ने लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। दोपहर 12 बजे परिजन शव के पोस्टमॉर्टम के लिए तैयार हुए। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।