पीएचईडी में प्राइवेटाइजेशन के विरोध में शुक्रवार को जलदाय कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश रखा। ये लोग पानी सप्लाई जैसे महत्वपूर्ण कार्य के प्राइवेटाइजेशन का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पानी सप्लाई का काम सरकारी सेवाओं के तहत ही रहना चाहिए। यह महत्वपूर्ण काम है। बजट में राजस्थान के राजस्थान वाटर सप्लाई एंड सीवरेज कॉर्पोरेशन के गठन के संकेतों के बाद से कर्मचारी निजीकरण के विरोध में लामबंद हो रहे थे। इसी के तहत शुक्रवार को सभी स्तर के कर्मचारियों ने विरोध जताया। राजस्थान जलदाय कर्मचारी संघ क जिलाध्यक्ष रिछपालसिंह ने बताया कि अभी सांकेतिक तौर पर एक दिन का सामूहिक अवकाश लिया है। शनिवार और रविवार को अवकाश के बाद भी यदि सरकार निजीकरण का फैसला वापस नहीं लेती तो कर्मचारी सोमवार से आंदोलन आगे चालू रख सकते हैं। सभी कर्मचारियों के हड़ताल पर रहने की स्थिति में पानी सप्लाई जैसी सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है।
रिछपालसिंह ने बताया कि श्रीगंगानगर, सादुलशहर सहित जिले के विभिन्न हिस्सों में इस संबंध में ज्ञापन सौंपे गए। जलदाय कर्मचारियों ने बताया कि कई जगह कर्मचारियों ने सभा कर रोष भी जताया।
पीएचईडी में प्राइवेटाइजेशन का विरोध:जलदाय कर्मियों ने रखा सामूहिक अवकाश, बोले- नहीं होने देंगे पानी सप्लाई का निजीकरण
