दौसा के मेहंदीपुर बालाजी में ऑटो (थ्री व्हीलर) यूनियन के चालकों ने पुलिस पर दुर्व्यवहार मारपीट का आरोप लगाया है। यूनियन के सदस्यों ने ऑटो का संचालन बंद कर दिया। साथ ही सुबह 7 बजे से मीन भगवान मंदिर के सामने धरना शुरू कर दिया। इस बीच 3 ऑटो ड्राइवर मीणा सीमला के मीन भगवान मंदिर के पास स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए और नारेबाजी की। मौके पर मौजूद थाना इंचार्ज गौरव प्रधान यूनियन के पदाधिकारियों से समझाइश की, लेकिन वे नहीं माने। मानपुर डिप्टी एसपी दीपक मीणा ने मौके पर पहुंच मामले की जानकारी ली। जहां ऑटो चालक दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर करने के बाद ही ऑटो का संचालन शुरू करने पर अडे रहे। शाम को डीएसपी वापस बालाजी पहुंचे और समझाइश करते हुए हैड कांस्टेबल के खिलाफ जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर टंकी पर चढे तीनों ऑटों चालक नीचे उतरे। वहीं यूनियन के धरने के कारण सरकारी पार्किंग से मंदिर की ओर आवाजाही करने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। यूनियन अध्यक्ष बोले- दुर्व्यवहार और मारपीट की
यूनियन के अध्यक्ष झालू मीणा ने बताया कि बीती शाम को वह ऑटो खड़ा कर जूस पीने चला गया था। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की। ऑटो चालक विक्रम मीणा ने कहा कि रोटेशन के अनुसार ऑटो संचालन के बावजूद पुलिस द्वारा आए दिन अभद्र व्यवहार किया जाता है। इससे सभी ऑटो चालक परेशान है। ऑटो चालकों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शराब के नशे में ड्यूटी करने के भी आरोप लगाए। मीणा सीमला सरपंच बोले- कार्रवाई होनी चाहिए
मौके पर मौजूद मीणा सीमला सरपंच शिवचरण योगी ने कहा- ऑटो चालक स्थानीय थाने के पुलिस कर्मियों पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए धरना दे रहे हैं। इनकी मांग है कि अभ्रदता करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ जब तक कार्रवाई नहीं होगी, धरना जारी रहेगा। धरने को समर्थन देने पहुंचे युवा किसान नेता रमन सीमला ने कहा कि ऑटो यूनियन के लोग पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार करने के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करने वाले ऑटो चालकों के खिलाफ पुलिस को ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए। थाना इंचार्ज ने आरोप निराधार बताए
थाना इंचार्ज गौरव प्रधान का कहना है कि बाजार में ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू बनाने के लिए 5 ऑटो की रोटेशन के अनुसार प्रिंस भोजनालय तक संचालन की अनुमति दी हुई है। इसके बावजूद शनिवार रात 8 बजे कई ऑटो बालाजी मंदिर के पास तिराहे पर बेतरतीब ढंग से खड़े हुए थे, जिनके ड्राइवरों को डांट लगाते हुए वहां से हटवाकर निर्धारित स्थान पर खड़ा करवाया और श्रद्धालुओं की आवाजाही को व्यवस्थित किया था। बाजार में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। किसी भी ऑटो संचालक के साथ मारपीट करने का आरोप निराधार है।
