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पुलिस व आबकारी विभाग की मिलीभगत से धड़ल्ले से चल रही अवैध शराब की दुकानें

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कासं| सवाईमाधोपुर जिला मुख्यालय पर आबकारी विभाग व पुलिस की मिलीभगत के चलते शहर व बजरिया में अवैध शराब की दुकानें संचालित हो रही है। इतना ही नहीं शराब ठेकेदार शराब शौकीनों से निर्धारित (एमआरपी) दरों से अधिक राशि वसूल कर चांदी कूट रहे हैं और जिम्मेदारों ने आंखें मूंद रखी है। शराब शौकीनों को पव्वे पर 15, आधे पर 30 तथा बोतल पर 50 रुपए निर्धारित दर से अधिक भुगतान करना पड़ रहा है। आबकारी विभाग से मिलीभगत का आलम यह है कि शराब ठेकेदारों ने अपनी मर्जी से एमआरपी से अधिक कीमतें बढ़ाकर रेट लिस्ट भी दुकानों पर चस्पा कर रखी है, जबकि शराब की एमआरपी को लेकर जिला आबकारी विभाग को सभी दुकानों पर बड़े होर्डिंग लगाने होते हैं,जो नहीं है। ओवर रेट व अवैध दुकानों को लेकर कई बार आबकारी विभाग के निरीक्षक अरविन्द सिंह को दो बार कॉल किया और वाट्सअप मैसेज भी किया लेकिन ना कॉल रिसीव किया ना मैसेज का रिप्लाई आया। शहर में रामद्वारा मोक्ष धाम की पुलिया के पास तथा चिड़ीखोह होटल के समीप व बजरिया में प्रकाश टाकीज़ के पास कच्ची हम्मीर बस्ती में अवैध शराब की दुकानें संचालित है। ऐसा नहीं है कि इनका आबकारी विभाग एवं थाना क्षेत्र की पुलिस को पता नहीं है, लेकिन मिलीभगत के चलते इन पर दोनों विभागों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इतना ही नहीं अवैध शराब दुकानों में बिठाकर शराब भी परोसी जा रही है, जो गैरकानूनी है। लेकिन इस पर अंकुश लगाने वाला पुलिस महकमा व आबकारी विभाग पूरी तरह चुप्पी साधे बैठा है, जिससे अवैध काम करने वालों को हौसलें बुलंद है। नगर परिषद क्षेत्र बजरिया, रणथंभौर रोड व शहर में आबकारी विभाग की लापरवाही के चलते शराब की दुकानों पर मनमानी कीमत वसूली जा रही है। शराब दुकानों पर निर्धारित (एमआरपी) कीमत से लगभग 20 से 50 रुपए तक ज्यादा वसूले जा रहे हैं। इतना ही नहीं शराब बिक्री बंद होने के बाद भी कई जगह बिना किसी रोकटोक के शराब बेची जा रही है, जिससे राजस्व को भी नुकसान हो रहा है। आबकारी विभाग इसको रोक पाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। कहने को तो रात आठ बजे बाद शराब बिक्री पर रोक लगी है, लेकिन शराब की कई दुकानों पर रात आठ बजे बाद भी बेखौफ शराब की बिक्री हो रही है। दुकानों के बंद करने का समय होते ही शराब विक्रेता दुकान का शटर तो नीचे गिरा देते हैं, लेकिन जैसे ही कोई ग्राहक आता है तो उससे ज्यादा राशि लेकर शराब दे दी जाती है। इन पर कार्रवाई करने वाले जिम्मेदार विभागीय अधिकारी मौन साधे बैठे हैं। कई जगह पर तो अवैध रूप से शराब की दुकानें संचालित हो रही है,जहां 24 घंटे अधिक कीमत लेकर शौकीनों को आसानी से शराब मिल जाती है। आबकारी विभाग के शराब की कीमत से संबंधित प्राइस लिस्ट भी बेहतर डिस्प्ले के साथ दुकानों पर लगाने का निर्देश है, ताकि आम जनता एमआरपी से अधिक कीमत न दे सके। लेकिन एक भी दुकान पर शराब कीमत से सम्बन्धित प्राइस लिस्ट के होर्डिंग्स व डिस्पले नहीं हैं, जो विभागीय अधिकारियों की शराब ठेकेदारों से मिलीभगत उजागर करता है। ^यदि कहीं अवैध शराब की दुकानें संचालित हो रही है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। हरलाल मीना, थाना प्रभारी, कोतवाली सवाईमाधोपुर।

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