वन रक्षक भर्ती-2020 के पेपर लीक के मास्टर माइंड बाड़मेर के हरीश सारण के बीते दिनों इंदौर से गिरफ्त में आने के बाद अब स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) लगातार गिरफ्तारियां कर रही हैं। हरीश से पूछताछ में SOG काे पेपर उदयपुर और राजसमंद तक पहुंचाने का इनपुट मिला। बांसवाड़ा में अभ्यर्थियाें काे पेपर साॅल्व कराने का टास्क हरीश काे दिया था जबकि उदयुपर में इसकी जिम्मेदारी कंवराराम काे साैंपी थी। जहां सांवलाराम के अपने मकान पर और कंवररााम ने किराए के मकान में अभ्यर्थियाें काे पेपर पढ़वाए। लीक पेपर कंवराराम के माेबाइल पर भेजा गया था। उदयपुर में इस पेपर लीक में 3 कांस्टेबल और एक महिला अभ्यर्थी भी शामिल थी। कांस्टेबलों ने उदयपुर के गायरियावास में एक अभ्यर्थी के किराये के मकान में 5-5 लाख रुपए लेकर लीक पेपर सॉल्व कराए थे। महिला परीक्षा में फेल हो गई थी। एसओजी की टीम ने गुड़ामलानी, बाड़मेर निवासी डबोक थाने के कांस्टेबल भियाराम जाट, जालोर निवासी पुलिस लाइन के कांस्टेबल देवाराम जाट और कमलेश कुमार जाट के अलावा, अभ्यर्थी शारदा भील, जालाैर निवासी रमेश जानी, कंवराराम व सांवलराम काे भी गिरफ्तार किया। बाद में इन्हें बांसवाड़ा लाकर काेर्ट में पेश किया। जहां से रमेश और शारदा काे जेल भेज दिया गया जबकि बाकि 5 जनाें काे 4 दिन की रिमांड पर भेजा गया है। देरशाम एसओजी ने इस मामले में जालाेर निवासी वनरक्षक रेशमी कुमारी चिलका काे भी गिरफ्तार किया। वनरक्षक भर्ती पेपर लीक प्रकरण में एसओजी अब तक 26 आराेपियाें काे गिरफ्तार कर चुकी हैं इनमें 10 वररक्षक हैं जबकि बाकि पेपर साॅल्व कराने और इसमें सहयाेग करने वाले है। कांस्टेबलाें ने अभ्यर्थियां काे पेपर पढ़वाए, फिर अपनी कार से केंद्र पर छाेड़ने गए SOG के एएसपी भवानी शंकर मीणा ने बताया कि बाड़मेर निवासी सांवलाराम जाट गायरियावास में रह रहा था। वह इस परीक्षा का अभ्यर्थी तो था ही, गिरोह से भी जुड़ा था। परीक्षा से पहले सांवलाराम ने जिले के झाड़ोल उपखंड क्षेत्र में बाघपुरा निवासी महिला मित्र शारदा भील समेत 6 अभ्यर्थियों को लीक पेपर सॉल्व कराया था। इतना ही नहीं, वह अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों तक छोड़कर भी आया। अभ्यर्थियों को इकट्ठा करने में उसके साथ उदयपुर के पुलिस जवान भी शामिल थे। कांस्टेबल भियाराम ने पुलिस विभाग में रहते दो साथियों को सांवलाराम के घर पर पेपर पढ़ाया और अपनी कार से उन्हें एग्जाम सेंटर तक छोड़ा था। देवाराम ने दो महिला मित्र रेश्मी चिलका और एक अन्य को सांवलाराम जाट के घर पर पेपर सॉल्व कराया था। कमलेश कुमार ने एक साथी को सांवलाराम के घर पर लीक पेपर सॉल्व कराया और परीक्षा सेंटर तक छोड़ने गया था। सांवलाराम ने शारदा को पेपर सॉल्व कराया था। वह बीमार होने के बाद भी पेपर देने गई और फेल हो गई। सहायक जांच अधिकारी डिप्टी बाबूलाल माेरारिया ने बताया कि रमेश जानी हरीश सारण का भांजा है। हरीश ने सांवलाराम काे अपना माेबाइल दिया था। लेकिन पेपर लीक में हरीश का नाम सामने आया ताे सांवलाराम ने काॅल कर उसके परिजनाें काे माेबाइल ले जाने के लिए कहा। इस पर रमेश माेबाइल लेने आया। रमेश से माेबाइल जब्त कर लिया है। सांवलाराम जाट गत 17 मार्च को गिरफ्तार हो चुका है। इसके साथी कंवरराम ने गायरियावास स्थित किराये के कमरे मकान पर 13 नवंबर, 2022 को भर्ती परीक्षा की दोनों पारियों का सॉल्व लीक पेपर प्राप्त किया था। यह पेपर मुख्य आरोपी झबराराम जाट के मोबाइल से भेजा गया था। फिर प्रिंटर मंगवा कर पेपर की कॉपी निकाली और कांस्टेबलों के जरिए अभ्यर्थियों को 5-5 लाख में पेपर सॉल्व कराया गया। सांवलाराम ने खुद भी परीक्षा दी थी। हमारी टीमें पेपर लीक के असल गुनहगाराें का पता लगाने में जुटी है। इस प्रकरण में एसओजी की 6 टीमें जांच कर रही हैं। इनमें डिप्टी बाबूलाल माेरारिया के अलावा, एसआई डूडीराम, एएसआई सुनील कुमार मीणा व देवेंद्र कुमार की टीमें शामिल है।