हनुमानगढ़ जिले में अब डाकघर हाईटेक हो गए हैं। देशभर में डाक विभाग द्वार आईटी 2.0 का एक नया सॉफ्टवेयर सिस्टम तैयार किया गया है। इसको लेकर पायलेट प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण में प्रदेश के तीन प्रधान डाक घरों को चुना गया है। इसी के तहत आज हनुमानगढ़ डाक घर में भी इस सॉफ्टवेयर सिस्टम को शुरू कर दिया गया है। इसके तहत आमजन को अब सुलभ और तुरंत सेवा लाभ मिलने वाला है। सॉफ्टेयर सिस्टम से होगा क्रांतिकारी बदलाव प्रधान डाकपाल मनोज भारी ने बताया की अब हनुमानगढ़ प्रधान डाकघर में ‘आईटी 2.0’ एक नया सॉफ्टवेयर सिस्टम है, जो डाक विभाग द्वारा लागू किया गया है। इसका उद्देश्य डाकघरों की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाना और ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। ‘आईटी 2.0’ एक उन्नत सॉफ्टवेयर प्रणाली है, जिसका उपयोग डाकघरों में काम करने के लिए किया जाएगा। यह सॉफ्टवेयर डाकघरों के कामकाज को सुव्यवस्थित करेगा, जिससे काम तेजी से और अधिक कुशलता से होगा। ग्राहकों को ऑनलाइन लेनदेन, पासबुक अपडेट, और एटीएम सेवाओं जैसी सुविधाओं का बेहतर अनुभव मिलेगा। ‘आईटी 2.0’ एक नया एप्लिकेशन लॉन्च करेगा, जो हर लेनदेन के लिए एक अद्वितीय डायनामिक क्यूआर कोड जेनरेट करेगा, जिससे ग्राहकों के लिए भुगतान करना आसान और सुरक्षित हो जाएगा। पुराने सॉफ्टवेयर के कारण बाधित एटीएम सेवाएं भी ‘आईटी 2.0’ के माध्यम से बहाल की जाएंगी। यह सॉफ्टवेयर वर्तमान में कुछ चुनिंदा डाकघरों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है और जल्द ही पूरे भारत में लागू किया जाएगा। जिले के सभी 240 डाकघर जुड़े इस सिस्टम से जनसंपर्क अधिकारी पुरषोत्तम कुक्कड़ ने बताया की जिले को तीन भागों में बांटा हुआ है। जिसमे हनुमानगढ़,रावतसर और नोहर सब डिवीजन है। इन सभी में 240 शाखा हैं, जिनमें ये सॉफ्टवेयर सिस्टम आज से ही लागू हो गया है। बीकानेर से आई टीम, दो दिन चली ट्रेनिंग जन संपर्क अधिकारी कुक्कड़ ने बताया की बीकानेर से जितेंद्र मीणा, यूजर चैंपियन को दो दिन के लिए यहां भेजा गया है जो सभी कार्मिकों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। इसके अलावा भी अलग से भी एक टीम है जो दो दिन तक सभी को सॉफ्टवेयर सिस्टम से संबंधित बारीकियों को सिखा रही है। इस सॉफ्टवेयर से अब हर डाकपाल के पास मोबाइल होगा, जिससे वो रियल टाइम रिपोर्टिंग कर पाएगा। इसका फायदा आमजन को मिलेगा।

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