राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के आह्वान पर प्रतापगढ़ की कृषि उपज मंडी में मंगलवार से जिंसों का क्रय-विक्रय पूर्णतः बंद हो गया है। मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष शुभम करणपुरिया ने बताया कि यह निर्णय 23 जून को संघ की राज्य स्तरीय बैठक में लिया गया। व्यापारी संगठन ने राज्य सरकार द्वारा लगाई गई कृषक कल्याण फीस और मंडी सेस का विरोध किया है। सरकार ने हाल ही में शुल्क की दरों को बढ़ाकर 2.25 प्रतिशत कर दिया है। व्यापारियों का कहना है कि बढ़ती महंगाई के बीच यह शुल्क उन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाल रहा है। संघ ने सरकार को 1 जुलाई तक का समय दिया था। उनकी मांग है कि या तो कृषक कल्याण फीस समाप्त की जाए या इसे घटाकर 0.50 प्रतिशत किया जाए। इस मांग के पूरा न होने पर व्यापारी 5 जुलाई तक प्रदेशव्यापी व्यापार बंद रखेंगे। प्रतापगढ़ मंडी में 2 से 5 जुलाई तक कोई व्यापारिक गतिविधि नहीं होगी। दाल मिल, तेल मिल, आटा मिल और मसाला उद्योग के व्यापारियों ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया है। मंडी व्यापार संघ ने सरकार से जल्द समाधान की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि मांगों पर विचार न होने पर आगे की रणनीति तय की जाएगी।