प्रतापगढ़ शहर के मिनी सचिवालय क्षेत्र के पीछे सोमवार रात करीब 11 बजे फायरिंग की घटना से इलाके में दहशत फैल गई। शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह वारदात दो दिन पहले हुए एक विवाद हुआ था। जानकारी के अनुसार, अचलपुर गांव निवासी मनोज मीणा, जो वर्तमान में प्रतापगढ़ की नई आबादी क्षेत्र में रह रहा है, का कुछ युवकों से पहले विवाद हुआ था। सोमवार रात उसी विवाद के चलते मनोज के दोस्त बंटी मीणा और पूर्व एएसआई चिमन कुमार के पुत्र सूरज मीणा वहीं बैठे थे, तभी विजय रॉयल और उसके दो साथी मौके पर पहुंचे और चार राउंड फायरिंग कर दी। फायरिंग के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। घटना के बाद बंटी मीणा और सूरज मीणा कोतवाली पहुंचे और मामला दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन सूरज मीणा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी रिपोर्ट लेने के बजाय उन्हें ही थाने में बंद कर दिया। इस घटनाक्रम के विरोध में कांग्रेस के पूर्व विधायक रामलाल मीणा रात करीब 11:30 बजे कोतवाली पहुंचे और सोशल मीडिया पर लाइव पोस्ट करते हुए थाने के घेराव की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद प्रतापगढ़ में अपराध बढ़ते जा रहे हैं और पुलिस पीड़ितों के बजाय आरोपियों को संरक्षण दे रही है। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि फरियादी को जेल में डाल दिया गया जबकि असली अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। इधर पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर एक पिस्टल बरामद करने की जानकारी दी है, लेकिन इस संबंध में अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।