प्राइवेट मोबाइल कंपनियों के टैरिफ में जुलाई से 25% तक बढ़ोतरी के बाद भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) में ग्राहकों की ‘घर वापसी’ हो रही है। दो दशक पहले भारतीय टेलीकॉम बाजार में 18% से ज्यादा हिस्सेदारी वाली BSNL की मौजूदा हिस्सेदारी 2.5% से भी कम बची है। मई में इसे 15 हजार नए ग्राहक मिले थे, तो जून में 58 हजार घट गए। हालांकि, अब हालात बदल रहे हैं। कंपनी जुलाई के शुरुआती 15 दिन में ही 15 लाख से ज्यादा ग्राहक जोड़ चुकी है। बीते 8 साल में 7 करोड़ (76%) ग्राहक गंवाए थे। अब 15 दिन में 6.34% नए जुड़ गए हैं। पोर्ट में भी तेजी: BSNL में पोर्टिंग यानी दूसरी कंपनी से शिफ्ट हाेने वाले ग्राहक भी बढ़ रहे हैं। इसमें यूपी, बंगाल, आंध्र शीर्ष पर हैं। सेवाओं में सुधार का लाभ
टेलीकॉम एक्सपर्ट पंकज महेंद्रू ने कहा कि BSNL ने 25 हजार से ज्यादा टावर अपग्रेड किए हैं। इसके अलावा 20 हजार नए टावर लगाने की प्रक्रिया जारी है। इससे सेवाओं में सुधार हुआ। नतीजतन नए ग्राहक तेजी से बढ़ने लगे हैं। लेकिन डेटा स्पीड, वॉयस क्वालिटी, कवरेज एरिया में अभी भी सरकारी कंपनी प्राइवेट प्लेयर से काफी कमजोर है। निजी कंपनियों से मुकाबला करने के लिए अभी लंबा सफर तय करना है। BSNL देशभर में अगस्त से शुरू करेगी 4G सर्विस इसी साल अगस्त से BSNL देशभर में 4G सर्विस शुरू करेगी। न्यूज एजेंसी PTI ने इसकी जानकारी 6 मई को एक अधिकारी के हवाले से दी है। एजेंसी के अनुसार, BSNL की ये सर्विस पूरी तरह से स्वदेशी टेक्नोलॉजी पर बेस्ड होगी। इस स्वदेशी टेक्नोलॉजी को IT कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और टेलिकॉम रिसर्च ऑर्गनाइजेशन सी-डॉट (C-DoT) की पार्टनरशिप वाले कंसोर्टियम ने मिलकर डेवलप किया है। इसका इस्तेमाल करके BSNL ने पंजाब में 4G सर्विस शुरू कर दी है और करीब 8 लाख कस्टमर्स को अपने साथ जोड़ भी लिया है। PTI के अनुसार, BSNL अधिकारियों ने 4G नेटवर्क पर 40-45 मेगाबिट प्रति सेकेंड की मैक्सिमम स्पीड का दावा किया है, जिसे पायलट फेज के दौरान 700 मेगाहर्ट्ज (Mhz) के प्रीमियम स्पेक्ट्रम बैंड के साथ-साथ 2,100 मेगाहर्ट्ज बैंड में भी लॉन्च किया गया है पिछले साल जुलाई में इंस्टॉल की गई थी टेक्नोलॉजी
रिपोर्ट के अनुसार, सी-डॉट की 4G टेक्नोलॉजी कोर पंजाब में BSNL नेटवर्क में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है। इसे पिछले साल जुलाई में इंस्टॉल किया गया था। ‘ऐसी जटिल टेक्नोलॉजी की सक्सेस को साबित करने में 12 महीने का समय लगता है, लेकिन सी-डॉट कोर 10 महीने में ही स्टैबलाइज्ड हो गया है। 5G में अपग्रेड होगा
कोर नेटवर्क एक ऐसा ग्रुप है, जिसमें टेलिकॉम सर्विस से जुड़े नेटवर्क हार्डवेयर, डिवाइस और सॉफ्टवेयर शामिल हैं। ये ग्रुप टेलिकॉम नेटवर्क में फंडामेंटल सर्विस जैसे एग्रीगेशन, कॉल कंट्रोल, स्विचिंग, ऑथेंटिकेशन, चार्जिंग, गेटवे फंक्शनैलिटी आदि में मदद करता है। TCS, तेजस नेटवर्क और सरकारी स्वामित्व वाली ITI को 4G नेटवर्क तैनात करने के लिए BSNL से लगभग 19,000 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला है। इस नेटवर्क को आगे चलकर 5G में अपग्रेड किया जा सकता है। 1.12 लाख टावर लगाए जा रहे
BSNL पूरे भारत में 4G और 5G सेवाओं के लिए 1.12 लाख टावर लगाने की प्रक्रिया में है। कंपनी ने देशभर में 4G सेवा के लिए 9,000 से अधिक टावर स्थापित किए हैं। इनमें से 6,000 से अधिक टावर पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा सर्किल में हैं। एक अधिकारी ने बताया कि ‘BSNL पिछले 4-5 वर्षों से केवल 4G-सक्षम सिम बेच रही है। ऐसे में सिर्फ उन्हीं ग्राहकों को 4G सेवा का अनुभव लेने के लिए पुराना सिम हटाकर नया सिम लेना होगा।’ एयरटेल और जियो से काफी पीछे BSNL
PM मोदी 6G नेटवर्क का रोडमैप लॉन्च कर चुके हैं। 2030 तक भारत में 6G सर्विस शुरू होने की उम्मीद है। इस मामले में BSNL काफी पीछे चल रहा है। कंपनी 4G के साथ 5G सर्विस लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। जनवरी-2023 में यूनियन IT एंड टेलिकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि BSNL अपनी 5G सर्विस अप्रैल 2024 तक शुरू कर देगी। वहीं, एयरटेल और जियो ने भारत में अक्टूबर-2022 में 5G सर्विस लॉन्च की थी। एक समय नंबर वन मोबाइल ऑपरेटर थी BSNL
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 19 अक्टूबर 2002 को लखनऊ से BSNL मोबाइल सर्विस की शुरुआत की थी। लॉन्च होने के मात्र 1-2 सालों में ये भारत की नंबर वन मोबाइल सर्विस बन चुकी थी। निजी ऑपरेटरों ने BSNL के लॉन्च के महीनों पहले मोबाइल सेवाएं शुरू कर दी थीं, लेकिन BSNL के ‘सेलवन’ ब्रांड की मांग काफी बढ़ गई थी। जब BSNL की सर्विसेज की शुरुआत हुई, उस वक्त प्राइवेट ऑपरेटर 16 रुपए प्रति मिनट कॉल के अलावा 8 रुपए प्रति मिनट इनकमिंग के भी पैसे चार्ज करते थे। BSNL ने इनकमिंग को फ्री किया और आउटगोइंग कॉल्स की कीमत डेढ़ रुपए तक हो गई। 2002-2005 का ये वक्त BSNL का सुनहरा दौर था। हर कोई BSNL का सिम चाहता था। इसके लिए 3-7 किलोमीटर लंबी लाइनें लगती थीं। BSNL की ऐसी हालत क्यों हुई? देश में अभी 116 करोड़ से ज्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर्स
भारत में टेलीकॉम कंपनियों का लेखा-जोखा रखने वाली संस्था टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के फरवरी 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2024 के मुकाबले फरवरी में देशभर में 39,30,625 मोबाइल सब्सक्राइबर्स बढ़े। जनवरी में जहां देशभर में 116.07 करोड़ मोबाइल सब्सक्राइबर्स थे, फरवरी में उनकी संख्या बढ़कर 116.46 करोड़ हो गई। ये भी पढ़ें 17% तक महंगा हो सकता है मोबाइल रिचार्ज:5G सर्विस के लिए भी लगेगा 5-10% ज्यादा चार्ज, जून-जुलाई से टैरिफ बढ़ा सकती हैं टेलीकॉम कंपनियां टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल सर्विस के अलग-अलग प्लान्स का टैरिफ बढ़ाने जा रही हैं। एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल मोबाइल सर्विस के टैरिफ में 15-17% की बढ़ोतरी की जा सकती है। वहीं, जियो और एयरटेल अपने प्रीमियम यूजर्स को दे रहीं अनलिमिटेड डेटा बंद कर सकती हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
