गुजरात में हुए प्लेन क्रैश में बाड़मेर के एक MBBS स्टूडेंट की भी मौत हो गई। हादसे के वक्त छात्र जयप्रकाश चौधरी (20) हॉस्टल के मैस में खाना खा रहा था। वह 30 परसेंट जल गया। उस पर दीवार का मलबा आकर गिरा। जयप्रकाश जिले के धोरीमन्ना उपखंड के बोर चारणान गांव का रहने वाला था। जयप्रकाश के ममेरे भाई मंगलाराम ने बताया- सूचना मिलने पर परिवार गुरुवार देर रात अहमदाबाद पहुंचा था। शुक्रवार दोपहर बॉडी सौंपी गई। बॉडी शुक्रवार शाम 5 बजे के करीब गांव पहुंची तो माहौल गमगीन हो गया। जिला कलेक्टर टीना डाबी, एसपी नरेंद्र सिंह मीना सहित प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी भी जयप्रकाश के घर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी। बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने जयप्रकाश के पिता धर्माराम की CM भजनलाल शर्मा से बात करवाई। CM ने घटना पर दुख जताते हुए परिवार को सांत्वना दी। बाड़मेर बीजेपी जिलाध्यक्ष अनंत राम विश्नोई ने कहा- यह घटना दुखद है। जयप्रकाश होनहार था। पिता ने कड़ी मेहनत कर उसे एक मुकाम तक पहुंचाया था। होनी को कोई टाल नहीं सकता। ईश्वर ने हाथ का निवाला भी छीन लिया। दुख की घड़ी में परिवार के साथ हैं। पिता किसान, कर्ज लेकर पढ़ाया था मंगलाराम ने बताया- जयप्रकाश के पिता धर्माराम ने खेती-बाड़ी और मजदूरी कर बेटे को पढ़ाया थी। उसकी पढ़ाई के लिए कर्ज लेकर कोटा में 2 साल कोचिंग करने भेजा। नीट में 675 नंबर लाकर उसका सिलेक्शन हुआ था। 2023 में उसे BJ मेडिकल कॉलेज (अहमदाबाद, गुजरात) मिला। यह टॉप कॉलेज में शुमार है। जयप्रकाश के सेंकेंड ईयर के एग्जाम 16 जून से शुरू होने वाले थे। साथी ने कहा-आम लेने चलते हैं, चला जाता तो जिंदा होता मंगलाराम ने बताया- गुरुवार दोपहर करीब 1:20 बजे जयप्रकाश लाइब्रेरी अपने साथियों के साथ पढ़ रहा था। तब उसके एक साथी ने कहा- चलो बाहर से आम लेकर आते हैं। जयप्रकाश ने मना कर दिया। कहा कि मैं खाना खाने मैस में जा रहा हूं। इसके बाद वह मैस में चला गया। कुछ लोग मैस के बरामदे में भी खाना खा रहे थे। जयप्रकाश मैस से किचन में रोटी लेने गया था। प्लेन किचन की दीवार से ही टकराया। जयप्रकाश पर मलबा गिरा। बरामदे में बैठे स्टूडेंट भी घायल हुए। जयप्रकाश का फोन डैमेज हालत में नहीं मिला। हालांकि धुआं के कारण मोबाइल खराब स्थिति में था। हादसे से पहले किया था कॉल, कहा था खाना खाने जा रहा हूं भाई मंगलाराम ने बताया- कल दोपहर 1 बजे उसका कॉल आया था। उसने बताया कि मैस में खाना खाने जा रहा हूं। फोन की बैटरी डाउन है। इसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। जयप्रकाश ऑपरेशन सिंदूर के दौरान गांव आया था। 7 दिन रुका था। जयप्रकाश की मां का सपना था कि बेटा डॉक्टर बने। उसी सपने को वह पूरा कर रहा था। जयप्रकाश कहता था कि मुझे गांव के लोगों की इलाज के जरिए सेवा करनी है। जयप्रकाश के नीट एग्जाम में सिलेक्शन के बाद परिवार व गांव में खुशी का माहौल था। जयप्रकाश के एक भाई है। जयप्रकाश की मौत से गांव में शोक की लहर है। बता दें कि गुजरात में अहमदाबाद से लंदन के गेटविक एयरपोर्ट जा रहा एयर इंडिया का विमान गुरुवार को उड़ान भरने के 2 मिनट बाद ही क्रैश हो गया था। यह विमान मेघाणी नगर में सिटी सिविल हॉस्पिटल और बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिरा। जयप्रकाश इसी कॉलेज से एमबीबीएस कर रहा था।