वामेश्वर महादेव मित्र संघ की ओर से द्वितीय कावड़ यात्रा फतेहसागर देवाली स्थित फतहबालाजी से 3 अगस्त को निकाली जाएगी। यात्रा फतहबालाजी से रवाना होकर पालड़ी गांव वामेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी। जहां महादेव का अभिषेक किया जाएगा। वामेश्वर महादेव को पालड़ी महादेव के नाम से भी जाना जाता है। यात्रा मार्ग में 11 अन्य शिवालयों पर भी कावड़िये अपना जल अर्पित कर सुख शांति की कामना करेंगे। इसकी तैयारियों को लेकर बुधवार को एक बैठक मंदिर प्रांगण में हुई। यात्रा मार्ग सहित अन्य विषयों पर चर्चा की गई। साथ ही सफल आयोजन के लिए संघ द्वारा संयोजक और सहसंयोजक नियुक्त किए गए। आने वाले सालों में यात्रा को बड़े स्तर पर बनाए जाने का संकल्प लिया गया। बैठक में प्रफुल्ल श्रीमाली, राजेंद्र सिंह राणा, विजय सिंह, खेम सिंह, सोहन लोहार, गोपाल सुथार, हेमंत नागदा, शक्ति सिंह राणा, हितेश पालीवाल, देवेंद्र जोशी, पंडित पवन आमेटा, महंत प्रेमनाथ आदि मौजूद थे। महाराणा प्रताप की विश्राम स्थली रहा है मंदिर
वामेश्वर महादेव मंदिर ईसवाल रोड पर बड़गांव के आगे पालड़ी गांव में स्थित है। बड़गांव, चिकलवास, पालड़ी, लोयरा, कटारा, कविता सहित आसपास के गांव के आराध्य के रूप में इन्हें पूजा जाता है। यह मंदिर करीब 1200 वर्ष पुराना है जो महाराणा प्रताप की विश्राम स्थली भी रहा है। जन्माष्टमी पर यहां मेला भरता है।
