परिवहन विभाग में फर्जी बैकलॉग प्रकरण को लेकर आरटीओ प्रथम के आदेश पर गांधीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। डीटीओ रमेश पांडे ने यह मामला दर्ज करवाया, जिसमें वाहनों का जालसाजी से बैकलॉग कर पंजीकरण कराने की बात सामने आई है। आरटीओ राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि इन वाहनों के रजिस्ट्रेशन सलूंबर में हुए, जबकि प्रदूषण नियंत्रण सर्टिफिकेट नागौर से जारी किए गए और नोटरी दस्तावेज जोधपुर में तैयार कराए गए। जांच में यह पूरा मामला संगठित अपराध की तरह सामने आया, जिसमें वाहन मालिकों, दलालों और संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध है। अलग-अलग जगहों पर तैयार हुए दस्तावेज, पुलिस करेगी आगे की जांच आरटीओ के निर्देश पर इन सभी के खिलाफ धोखाधड़ी, राजकोष को नुकसान पहुंचाने और अन्य संगठित अपराध से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। गांधीनगर थाना पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच करेगी। शुरुआती जांच में छोटे दलालों की संलिप्तता सामने आई है, लेकिन किसी बड़े नाम के शामिल होने की भी आशंका जताई जा रही है।