बूंदी में बंद कमरे में एएसआई की पत्नी का शव मिला है। महिला के परिजनों ने उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है। मामला जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर सदर थाना इलाके के माटुंडा गांव का है। सदर थाने के एएसआई अर्जुन लाल ने बताया कि गुरुवार को सुमित्रा (43) की मौत की सूचना मिलने के बाद मामले को संदिग्ध मानते हुए मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। पीहर पक्ष ने लगाया हत्या का आरोप
एएसआई अर्जुन लाल ने बताया कि महिला के चाचा सेवानिवृत पुलिस कर्मी मथुरा लाल रैगर ने एएसआई रमेश रैगर (47) और उनके दो बेटों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया है। पूरे घटनाक्रम को उच्च अधिकारियों को अवगत करवाकर जांच कर रहे हैं। भाई बोला- बहन को कमरे में रखा बंद
महिला के भाई चेतन रैगर ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी बहन की हत्या की गई है। बहन को एक कबाड़ से भरे कमरे में बंद रखा जाता था, जहां उसे खाने-पीने को कुछ नहीं दिया जाता था। अनावश्यक दवाइयां देकर उसे मानसिक रोगी बनाने की कोशिश की गई और कमरे में बंद रखा गया। परिजनों का आरोप है कि जब वे मौके पर पहुंचे तो शव से बदबू आ रही थी, जिससे लगता है कि उसे कई दिन से कमरे में बंद रखा गया था। पति बोला- आरोप झूठे
महिला सुमित्रा के पति एएसआई रमेश रैगर (47) ने बताया कि उसकी शादी साल 1999 में हुई थी। साल 2006 से उसकी पत्नी मानसिक रोगी है। उसका इलाज चल रहा था। इसलिए उसे कमरे में रखा जाता था। एएसआई ने उसके ससुराल वालों पर झूठे आरोप लगाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि ससुराल पक्ष वालों ने मेरे ऊपर आरोप लगाए हैं, वह उनका अधिकार है, आरोप तो कुछ भी लगा सकते हैं। ससुराल पक्ष की महिलाओं ने की मारपीट
एएसआई रमेश रैगर ने बताया कि उसके साथ ससुराल पक्ष से आई महिलाओं ने मारपीट भी की है। वहीं महिला के बड़े भाई मोतीलाल रैगर, अशोक कुमार, चेतन सहित अन्य लोगों ने मुझे, मेरे बेटे राहुल (22) और धीरज (16) से मारपीट और गाली गलौज की। एएसआई नैनवां थाने मे 11 महीने से पोस्टेड हैं। इससे पहले वे देई थाने में थे।