जयपुर रेलवे जंक्शन से 4 साल के मासूम को किडनैप करने के मामले में जीआरपी पुलिस ने आरोपी प्रेमी-प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने पूछताछ में बताया लिव-इन में पिछले एक साल से साथ रह रहे खे। करीब 8 महीने पहले बच्चा चोरी की प्लानिंग कर ली थी। दो बार रेलवे स्टेशन पर रेकी के लिए घंटों समय भी बिताया था। बच्चा चोरी करने से पहले खाने-पहनने से लेकर ठहरने के लिए पूरी व्यवस्था कर रखी थी। जीआरपी एसपी नरेंद्र सिंह ने बताया- किडनैपिंग के मामले में सुंदर कश्यप (28) पुत्र शिवाजी कश्यप निवासी सदर करौली और उसकी प्रेमिका जीविका (28) पत्नी देवीलाल निवासी रानोली सीकर को गिरफ्तार किया है। विश्वकर्मा के रोड नंबर-14 पर रहने वाला सुंदर कश्यप मजदूरी का काम करता है। करीब दो साल पहले पति और दो बच्चों को छोड़कर आई जीविका मजदूरी के दौरान उसके कॉन्टैक्ट में आई थी। बातचीत के दौरान दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे। पिछले करीब एक साल से सुंदर के साथ ही जीविका लिव-इन में रहने लगी। बच्चे के बाद करनी थी शादी लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के दौरान सुंदर व जीविका ने एक-दूसरे से शादी करने का निर्णय लिया। करीब 2-3 महीने के रिलेशनशिप के दौरान प्रेमी सुंदर कश्यप को पता चला कि प्रेमिका जीविका की नसबंदी हो चुकी है। नसबंदी के चलते वह मां नहीं बन सकेगी। इस बात को लेकर सुंदर व जीविका के बीच में झगड़ा भी हुआ। दोनों के बीच सहमति बनी की बच्चा होने के बाद ही शादी करेंगे। 8 महीने पहले बनी प्लानिंग बच्चा पैदा नहीं होने के चलते दोनों आपस में दूसरे तरीके से बच्चे को अपनाने को लेकर बातचीत करने लगे। करीब 8 महीने पहले बातचीत के दौरान बच्चा चोरी करने की बात उठी। दोनों के बीच में बच्चा चोरी को लेकर सहमति बनी। बच्चा चोरी के लिए मजदूरी के बाद जगह-जगह घूमकर प्रेमी-प्रेमिका रेकी करने लगे। काफी घूमने के बाद कुछ समझ नहीं आने पर उनकी उम्मीद टूटने लगी। रेलवे स्टेशन की दो बार रेकी दोनों ने बातचीत कर भीड़भाड़ वाली जगह में बच्चे को चोरी करने की प्लानिंग की। इसके चलते उन्होंने जयपुर रेलवे स्टेशन की रेकी कर बच्चा चोरी का प्लान बनाया। प्री-प्लान के तहत दो बार बच्चा चोरी के लिए आरोपी प्रेमी-प्रेमिका पेसेंजर बनकर रेलवे स्टेशन पर आए। दोनों ही बार आरोपी रेलवे स्टेशन के प्लेट फॉर्म पर नहीं गए। रेलवे स्टेशन के बुकिंग विंडो पर घंटों बैठकर निगरानी करते रहे। धुलंडी पर बच्चा चोरी करने निकले धुलंडी के कारण सुंदर व जीविका दोनों की छुट्टी थी। मजदूरी पर नहीं जाने के कारण दोपहर करीब 3 बजे ही जीविका के साथ सुंदर रेलवे स्टेशन आ गया। बुकिंग विंडो के पास बैठने के साथ ही घूमकर पूरा दिन निकाल दिया। रात करीब 10:30 बजे घर लौटने के लिए निकल रहे थे। रेलवे बुकिंग विंडो के पास सामान के पास तीन बच्चे बैठे दिख गए। पांच-छह साल की बच्चियों के पास उनका छोटा भाई खेल रहता दिखा। टारगेट मानकर दोनों ने उस बच्चे को चोरी करने के लिए रेकी करना शुरू कर दिया। टॉफी का लालच देकर पास बुलाया बुकिंग विंडो के पास खड़ा होकर सुंदर निगरानी रखने लगा। जीविका ने बच्चे की नजर खुद पर पड़ते ही उसे पास बुलाने के लिए इशारा किया। बच्चे के नहीं आने पर टॉफी दिखाकर उसे अपने पास बुलाया। बच्चे के पास आने के दौरान टॉफी दिखाते हुए उसे बाहर रेलिंग तक ले गई। टॉफी खिलाकर उसे अपनी गोद में उठाकर रेलवे स्टेशन से बाहर निकल गई। उसके पीछे-पीछे ही सुंदर भी बाहर आ गया। गलियों से पैदल निकले बच्चा चोरी कर बाहर निकले आरोपी प्रेमी-प्रेमिका ने रेलवे स्टेशन के बाहर ऑटोरिक्शा किराए पर किया। बस स्टैंड छोड़ने की कहने पर ऑटोरिक्शा ड्राइवर ने दूसरे सवारियों को बैठाने के लिए कहा। पकड़े जाने के डर से दोनों बच्चे को लेकर ऑटोरिक्शा से उतर गए। पकड़ में आने से बचने के लिए छोटी-छोटी गलियों से पैदल निकलकर बस स्टैंड जाना तय किया। बच्चे को गोद में लेकर दोनों पैदल-पैदल गलियों में होते हुए गवर्नमेंट हॉस्टल के पास तिराहे पर जा पहुंचे। किराए के ऑटोरिक्शा से बस स्टैंड पहुंचे
तिराहे पर पहुंचने पर वहां ऑटोरिक्शा रिक्शा खड़ा मिला। नारायण सिंह सर्किल स्थित बस स्टैंड जाने के लिए दोनों ने 150 रुपए ऑटोरिक्शा ड्राइवर को किराया दिया। रात करीब 3:30 बजे नारायण सिंह बस स्टैंड से उत्तर प्रदेश रोडवेज की बस पकड़ी। सफर के दौरान आरोपी सुंदर व जीविका ने महुवा (दौसा) जाने के लिए ऑनलाइन पेमेंट भी किया। सुबह करीब 5 बजे बस ने उन्हें महुवा उतार दिया। रिश्तेदार के घर पहुंचा छिपने प्लानिंग के तहत बच्चा चोरी कर पहुंचे दोनों आरोपियों ने महुवा स्टैंड पर उतरकर पैदल ही गांव के अंदर चलना शुरू कर दिया। छोटे वाहन में बैठकर अलवर में खड़ेली के पास स्थित आरोपी सुंदर अपनी बहन के घर जा पहुंचा। बहन के बंद पड़े घर पर आरोपी प्रेमी-प्रेमिका चुराए बच्चे को छिपाकर बैठ गए। पीछा करते हुए पहुंची पुलिस सूचना मिलने पर धुलंडी की रात करीब 11 बजे पुलिस टीम बच्चे को ढूंढने में जुट गई। CCTV फुटेजों के आधार पर पीछा करते हुए अगले दिन दोपहर करीब 3 बजे पुलिस ऑटोरिक्शा ड्राइवर तक पहुंच गई। ऑटोरिक्शा ड्राइवर ने बच्चे के साथ आए दोनों आरोपियों को नारायण सिंह सर्किल छोड़ना बताया। नारायण सिंह सर्किल के CCTV फुटेज के आधार पर उत्तर प्रदेश की रोडवेज बस में बैठकर जाने का पता चला। कंडेक्टर से कॉन्टैक्ट कर इस तरह की सवारी के ऑनलाइन पेमेंट कर महुवा उतरने का पता चला। मोबाइल लोकेशन निकलवा दबोचा
जीआरपी पुलिस ने ऑनलाइन पेमेंट होने का पता चलने पर रोडवेज के लखनऊ ऑफिस से मोबाइल नंबर की डिटेल निकलवाई। मोबाइल नंबर पता चलने पर पुलिस ने लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया। लोकेशन के आधार पर 16 मार्च की रात करीब 2:30 बजे दबिश देकर बच्चे को सुरक्षित ढूंढ निकाल दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। पहले ही कर रही थी बच्चे के लिए खरीदारी जीआरपी पुलिस को कमरे में बच्चा सोते हुए मिला। उसके कपड़े भी बदले हुए थे। पूछताछ में सामने आया कि बच्चा चोरी से पहले ही उन्होंने उसके पहनने-खाने की खरीदारी कर रखी थी। रेलवे स्टेशन आने पर वह अपने बैग में प्लानिंग के तहत बच्चे के कपड़े, चिप्स और दूध भी साथ लेकर रखा हुआ था। खाना भी नहीं लग रहा था अच्छा पुलिस ने सुरक्षित बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया। बच्चे के पिता सुदामा पांडे का कहना था- बेटे के बिना उनको खाना भी अच्छा नहीं लग रहा था। उनकी पहली पत्नी ने उन्हें छोड़ दिया था। पिछले 25 साल से वह विश्वकर्मा रोड नंबर-8 पर रहकर बेलदारी का काम कर रहा था। कोरोना के समय उन्होंने प्रियंका से दूसरी शादी की थी। पहले पति से दो बेटियों को लेकर प्रियंका उसके साथ रहने आई थी। प्रियंका से उनका चार साल का बेटा हुआ था। बेटा मिलने को लेकर राजस्थान पुलिस की बढ़ाई की। ये भी पढ़ें… जयपुर रेलवे स्टेशन से किडनैप हुआ 4-साल का बच्चा मिला:नसबंदी के कारण बच्चा नहीं होने से परेशान थे, स्टेशन पर खेलता देख उठा ले गए प्रेमी-प्रेमिका जयपुर रेलवे स्टेशन से 4 साल के बच्चे के किडनैप के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बच्चे को किडनैप करने वाले युवक और महिला को महुआ (दौसा) के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में सामने आया कि आरोपी महिला जीविका (28) अपने पति को छोड़कर प्रेमी सुंदर कश्यप (28) के साथ रह रही थी। नसबंदी के चलते बच्चा नहीं होने पर इन्होंने किडनैपिंग का प्लान किया था। (पूरी खबर पढ़ें)
