डूंगरपुर के सागवाड़ा थाना क्षेत्र के जील अस्पताल से रेफर डेढ़ साल के बच्चे की रविवार को गुजरात के हॉस्पिटल में मौत हो गई। परिजन शव लेकर वापस सागवाड़ा के जील अस्पताल के सामने पहुंचे और हंगामा करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश कर शव को मॉर्च्युरी में रखवाया। परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ लापरवाही से इलाज का केस दर्ज करवाया है। बच्चे जो जील अस्पताल से रेफर करने के बाद पथराव, तोड़फोड़ और कर्मचारियों से मारपीट की घटना हुई थी। सागवाड़ा थाना पुलिस की ओर से 13 मार्च को बांसवाड़ा जिले के खेरल का पड़ला थाना गढ़ी निवासी जयेश नाथ रावल के डेढ़ वर्षीय बेटे भव्य रावल की तबीयत खराब होने पर उसे जील अस्पताल सागवाड़ा में भर्ती करवाया गया था। बच्चे की तबीयत खराब होने पर उसे रेफर कर दिया गया था। जिस पर बच्चे को एम्बुलेंस में शिफ्ट कर गुजरात ले जा रहे थे। इसी दौरान अस्पताल रैम्प पर ही एम्बुलेंस खराब हो गई। कुछ देर में एम्बुलेंस ठीक भी हो गई, लेकिन आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल पर पथराव कर दिया। अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। पथराव की वजह से अस्पताल के शीशे फूट गए। काउंटर, कंप्यूटर तोड़ दिया। वही अस्पताल के महिला गार्ड, नर्सिंगकर्मी सम्राट कई कर्मचारियों से मारपीट की गई। घटना के बाद परिजन एम्बुलेंस से बच्चे को लेकर गुजरात रवाना हो गए। अस्पताल प्रबंधन की ओर से सागवाड़ा थाने में बच्चे के पिता समेत 10 से 12 लोगो के खिलाफ पथराव, तोड़फोड़, मारपीट का केस दर्ज करवाया। वहीं, 3 दिन तक बच्चे का गुजरात के अस्पताल में इलाज के बाद रविवार को मौत हो गई। परिजन रविवार देर रात को शव लेकर सागवाड़ा पहुंचे। शव को गाड़ी में रखकर सीधे ही जील हॉस्पिटल के सामने पहुंच गए और आक्रोश जताया। हंगामे की सूचना मिलते ही सागवाड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिजनों से समझाइश की। इसके बाद शव को सागवाड़ा अस्पताल के मॉर्च्युरी में रखवाया गया। पिता कानूनाथ की ओर से जील अस्पताल के डॉ. हिमांशु शाह के खिलाफ इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए की दर्ज करवाया है। अस्पताल की ओर से पहले की परिजनों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। पुलिस अब दोनों ही केस में जांच कर रही है।