अजमेर नगर निगम का दावा….नगर निगम अजमेर सीमा क्षेत्र के सभी 80 वार्डों में 2 फीट से बड़े 293 नालों में सफाई कार्मिकों एवं जेसीबी मशीन के माध्यम से 84 नालों की सफाई का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। साथ ही साथ अजमेर की एक मात्र लाइफ लाइन कहीं जाने वाली एस्केप चैनल की सफाई का कार्य भी अधिकांशतः हिस्से में पूर्ण किया जा चुका है। शेष रहे भाग पर निरन्तर निगम संसाधनों के माध्यम से सफाई कार्य चल रहा है। वर्तामन में हकीकत…नगर निगम क्षेत्र में कईं नालों में कचरा अटा पड़ा है। सफाई में केवल खानापूर्ति की गई है। नालों की दीवारें टूटी पडी है और मिट्‌टी-मलबा बहकर फिर आएगा। नालों पर निर्माण है और वहां सफाई करना भी मुश्किल है। वहीं कईं जगहों पर घास उगी है, जिसे हटाया तक नहीं गया। एस्केप चेनल की सफाई भी पूरी तरह से नहीं की गई। जबकि ये लाइफ लाइन है। बिगडे़गे बरसात में हालात – बरसात के पानी की निकासी इन नालों के माध्यम से होती है। यहां सफाई नहीं होने से पानी की निकासी के सुचारू इंतजाम नहीं होने से नाले फिर उफनेंगे और लोगों के घरों तक पानी पहुंचेगा। घरों तक भरने वाले पानी के कारण लोगों की आवाजाही भी मुश्किल होगी। पब्लिक से मांगी फोटो, करें वाट्सएप सफाई पिछले साल से बेहतर, नहीं होगी बरसात में परेशानी मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक पृथ्वीसिंह जोधा ने कहा-इस साल नगर निगम कर्मचारियों की ओर से सफाई की गई। पिछले सालों की तरह इस बार कोई ठेका नहीं दिया। नगर निगम के वार्डवार कर्मचारियों ने ही यह कार्य किया। शहर में 293 नाले है, जिनकी सफाई मैन्यूअली की गई और 84 नालों की सफाई मशीन से की गई। पिछले साल से व्यवस्थाएं बेहतर है और बरसात में परेशानी नहीं होगी। इस बार आनासागर का पानी पहले से कुछ कम कर खाली कर दिया है। नालों की सफाई प्रोपर तरीके से गई है और एस्केप चैनल को भी साफ किया है ताकि पानी की निकासी आसानी से हो सके। साथ ही पब्लिक से फोटो मांगी गई है और उसका एक ग्रुप बनाया गया है, जिसमें आयुक्त भी जुडे़ है। इसकी प्रोपर मोनिटरिंग कर शिकायत आने पर नालों की सफाई करवाई जा रही है। इस साल भी हर साल की तरह खानापूर्ति, बिगडे़ंगे हालात नगर निगम में उपायुक्त रहे और वर्तमान में पार्षद गजेन्द्रसिंह रलावता का कहना है कि नगर निगम हर साल नालों की सफाई के लिए ठेका देकर सफाई कराती थी। इस बार नगर निगम कर्मचारियों के भरोसे रही। कर्मचारियों ने नालों की सफाई की लेकिन शहर की रूटिन सफाई व्यवस्था पर उसका असर पड़ा और काम भी प्रभावित हुआ। अभी भी कईं नाले कचरे से अटे पडे़ है और उनकी दीवारों की मरम्मत नहीं की गई। ऐसे में मलबा व मिट़्टी पानी के साथ बहकर इसमें आएगी। बरसात में फिर से वो ही हालात होने वाले है, जो हर साल होते है। दैनिक भास्कर ने ग्राउंड पर पहुंचकर 8 बडे़ नालों का किया रीयलिटी चेक…. सफाई के दावे लेकिन इन फोटोज में देखिए शहर के कईं नालों के हालात…. बारिश से बाढ़ के हालात बनने के पांच कारण पिछले साल हुई बरसात में अजमेर ऐसे हुआ था पानी-पानी….

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