जालोर में नए बस स्टैंड पर देर रात एक कार खुले नाले में गिर गई। हालांकि, कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, चालक को हल्की चोट आई है। इसे पहले भी कई बार बाइक सवार भी नाले में गिरकर चोटिल हो चुके हैं। जिसको लेकर शहरवासीयों व व्यापार मंडल ने कई बार नगर परिषद में शिकायत दी। लेकिन आज कोई समाधान नहीं हो पाया है। जालोर के लालपोल के अन्दर निवासी किशनाराम पुत्र छतराराम राव ने बताया- वह रात के करीब 9 बजे बस स्टैंड से अपने घर जा रहे थे। इसी दौरान बस स्टैंड के पास वाली गली में नाला कई दिनों से खुला था। सड़क पर कचरा फैला रहने और सामने अन्य वाहन की लाइट आने से आगे साफ नही दिखाई दिया। जिसमें उसकी कार खुले नाले में गिर गई। जिसके बाद मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। वाहन व लोगों की सहायता से कार को बाहर निकाला गया। हालांकि, कोई बड़ा हादसा नही हुआ। चालक को हल्की चोट लगी हैं। बता दें कि जालोर में 28 जून को मानसून का प्रवेश हुआ था। इससे पहले शहर के मुख्य नालों को खोल कर बारिश के पानी की निकासी के लिए साफ-सफाई की गई थी। हालांकि सफाई तो कर दी लेकिन, नगर परिषद फिर से इन नालों पर ढक्कन लगाना ही भूल गई। जिससे करीब 18 दिन से शहर में कई जगह मुख्य नाले खुले हैं। जिस कारण कई बार वाहन चालक व आवारा पशु नाले में गिर कर चोटिल हो रहे हैं। जिसको लेकर शहरवासी व व्यापार मंडल के कई बार नगर परिषद के अधिकारियों व जिला कलेक्टर पूजा पार्थ को ज्ञापन दिया गया हैं। लेकिन आज तक कोई समाधान नही किया जा रहा हैं। जालोर में सीवरेज लीकेज व नालों के ओवरफ्लो के गंदे पानी को लेकर हर वक्त व्यापारियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा हैं। 26 मार्च 2024 को भी पंचायत समिति के सामने सीवरेज व नालों का गंदा पानी सड़क पर फैलने ने परेशान व्यापारियों सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था। व्यापारियों से समझाइश करने पहुंचे नगर परिषद आयुक्त दिलीप माथुर को व्यापारियों ने हाथ पकड़ कर नालियों के पानी में चलाया था। जिसके बाद तुरन्त समाधान के निर्देश दिए। लेकिन कुछ दिन बाद फिर यह ही स्थिति नजर आई।