मोहर्रम के जुलूस में करीब 100 लोगों को फूड पॉइजनिंग हो गई। इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लगातार आ रहे मरीजों को देखते हुए प्रशासन को डॉक्टर बुलाने पड़े। इसके साथ ही कोविड वार्ड को भी खोलना पड़ गया। हालांकि, इलाज के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई है। मरीज आए तो डॉक्टर बुलाने पड़े मोहर्रम को लेकर शहर में बीती रात को जुलूस निकाला गया था। इस दौरान सभी के लिए खाने-पीने की व्यवस्था भी की गई थी। ऐसे में अचानक रात 2.30 बजे 100 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। लोगों को पेट दर्द और वॉमिटिंग की शिकायत होने लगी। इस पर देर रात को सभी को अस्पताल लाया गया। लगातार बढ़ते मरीजों को देखते हुए ड्यूटी डॉक्टर ने पीएमओ डॉ. खुशपाल सिंह राठौड़ को सूचना दी। इसके बाद पीएमओ ने अन्य डॉक्टरों को भी बुलाया और ट्रीटमेंट शुरू किया। पीएमओ ने बताया कि 15 लोगों को तुरंत ही प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं 85 लोगों को अस्पताल का कोविड वार्ड खोलकर भर्ती किया गया। बुधवार सुबह पीएमओ ने बताया कि सबकी सेहत में सुधार होने पर सुबह सभी को छुट्टी देकर घर भेज दिया गया। कोई गंभीर नहीं है। पूरा मामला फूड पॉइजनिंग से जुड़ा है। लेकिन क्या खाया और क्या पीया इसके लिए सीएमएचओ स्तर पर जांच कराई जाएगी। इसके बाद ही बताया जा सकेगा कि फूड और ड्रिंक में क्या कमी थी। मरीजों के साथ पहुंचे कुछ लोगों ने बताया कि जुलूस में शरबत पीने के बाद यह शिकायत बढ़ी।
बांसवाड़ा में 100 लोगों को फूड पॉइजनिंग:मरीजों को देख पीएमओ को डॉक्टर बुलाने पड़े, मोहर्रम के जुलूस में पीया था शरबत
