बारां जिले में धान की रोपाई तेजी से चल रही है। मानसून की अच्छी बारिश के बाद खेतों में पर्याप्त पानी जमा हो गया है। किसान उत्साह के साथ रोपाई कर रहे हैं। कृषि विभाग ने इस खरीफ सीजन में 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान बुवाई का लक्ष्य रखा है। कृषि विभाग के उपनिदेशक धनराज मीणा के अनुसार अब तक 26 हजार हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी है। अनुकूल बारिश होने पर लक्ष्य से अधिक बुवाई की संभावना है। बारां की धान अपनी विशेष गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। यहां कीटनाशकों और उर्वरकों का प्रयोग अन्य राज्यों की तुलना में कम होता है। इससे धान की गुणवत्ता बेहतर रहती है। हर साल बारां से 5 हजार टन से अधिक धान का निर्यात होता है। यह धान गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और दक्षिण भारत के साथ-साथ विदेशों में भी भेजी जाती है। जिले में पूसा वन, पूसा 1121, पूसा 1718, पूसा 1509, सुगंधा और बासमती जैसी उन्नत किस्मों का उत्पादन होता है। इस वर्ष अच्छी बारिश और किसानों की मेहनत से धान उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है।