बारां जिले के मरीजों को अब डायलिसिस के लिए कोटा नहीं जाना पड़ेगा। उप जिला अस्पताल अंता और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केलवाड़ा में बंद पड़ी डायलिसिस मशीनें जल्द ही चालू हो जाएंगी। सीएमएचओ डॉ. संजीव सक्सेना ने दोनों अस्पतालों का निरीक्षण किया था। उन्होंने पाया कि डायलिसिस मशीनें बंद पड़ी हैं। इस कारण मरीजों को बारां या कोटा जाना पड़ रहा है। चिकित्सा विभाग ने इस समस्या के समाधान के लिए कदम उठाए हैं। दोनों अस्पतालों में डायलिसिस टेक्नीशियन की नियुक्ति कर दी गई है। साथ ही, प्रत्येक अस्पताल से एक डॉक्टर और तीन नर्सिंग अधिकारियों को कोटा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। वे वहां नेफ्रोलॉजी विभाग में डायलिसिस का प्रशिक्षण ले रहे हैं। कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर के मार्गदर्शन में चिकित्सा विभाग स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में जुटा है। प्रशिक्षण पूरा होते ही दोनों अस्पतालों में डायलिसिस सेवा शुरू कर दी जाएगी। इससे क्षेत्र के किडनी मरीजों को अपने नजदीकी अस्पताल में ही इलाज मिल सकेगा।