बारां जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग ने शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की है। जनवरी से अब तक लिए गए नमूनों में से 9 नमूने खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत फेल पाए गए हैं। जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर और सीएमएचओ डॉ. संजीव सक्सेना के निर्देशन में चलाए गए इस अभियान में कई प्रतिष्ठित दुकानों के नमूने फेल हुए हैं। इनमें जय माता दी बारां का मावा, गालव किराना स्टोर अंता का एडिबल ऑयल, संतोष ऑयल इंडस्ट्रीज का घी जेएमडी सरस शामिल हैं। इसके अलावा जय माता दी किराना अटरू का श्री सरस घी, लखन किराना का घी डेरी बेस्ट और झूलेलाल ट्रेडर्स का घी धेनु सरस भी सब स्टैंडर्ड पाए गए। योगी स्टोर बारां का घी न्यू डेरी बाइट असुरक्षित, सोनू आइसक्रीम मांगरोल की आइस कैंडी और जोधपुर मिष्ठान भंडार मांगरोल की मलाई बर्फी भी मानकों पर खरी नहीं उतरी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी मोजीलाल कुंभकार ने बताया कि सभी दोषी व्यापारियों के खिलाफ एफएसएसए 2006 के तहत न्यायालय में परिवाद दायर किया जाएगा। अवमानक नमूनों के लिए 5 लाख रुपए तक का जुर्माना, जबकि असुरक्षित नमूनों के लिए 3 साल तक की सजा और 5 लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है। विभाग की ओर से यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।