विधानसभा में विनियोग और वित्त विधेयक पर बहस पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया। बजट बहस पर रिप्लाई के दौरान सीएम ने बालोतरा में नगर विकास न्यास(यूआईटी) बनाने की घोषणा की। साथ ही पॉलिटैक्निक कॉलेज की घोषणा की। जसोल और समदड़ी नगर पालिका बनेगी। चौहटन में अधिशाषी अभियंता क्रमोन्नत किया गया। मांगता धोरीमन्ना को उप तहसील बनाया गया है। बालोतरा सहित प्रदेश के नवगठित जिलें में खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट बनाने की घोषणा की गई। बालोतरा जिले की जसोल और समदड़ी में नगर पालिका बनेगी। बाड़मेर जिले के चौहटन में अधिशाषी अभियंता में क्रमोन्नत किया गया। धोरीमन्ना इलाके की मांगता को उप तहसील बनाया गया। बालोतरा में मिनी सचिवालय की घोषणा की गई। बाड़मेर जिले के शिव मणिहारी फांटा के पास, बालोतरा जिले के डंडाली सिणधरी में 33 केवी जीएसएस स्थापित किए जाने की घोषणा की गई। वहीं बाड़मेर के आडेल में 132 केवी जीएसएस स्थापित करने की घोषणा की गई। बाड़मेर जिले के चौहटन विधानसभा के धनाऊ से ईशरोल, राणीगांव रड़वा जसाई तक 46 किलोमीटर सड़क का चौड़ाईकरण के लिए 20 करोड़ रुपए की घोषणा की गई। वहीं बालोतरा के बावतरा-पादरू-मिठौड़ा-दाखा सड़का सुदूढ़ीकरण के लिए 20 करोड़ रुपए की घोषणा की गई। सीएम ने प्रदेश में अगले वित्त वर्ष में 2500 हैंडपंप लगाने व गर्मियों के लिए हर कलेक्टर को एक करोड़ का अनटाइड फंड देने की घोषणा की। इसमें कलेक्टर पानी टैंकरों की व्यवस्था कर सकेंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में 10 करोड़ की सड़क बनेगी। इसमें 5 करोड़ रुपए की मिसिंग लिंक सड़कें बनेंगी। जीरो एक्सीडेंट जोन चिह्नित किए जाएंगे। हाईवे के किनारे ड्राइवर के लिए विश्राम स्थल बनेंगे। दरअसल, राजस्थान बजट पेश होने के बाद सदस्यों की ओर से चर्चा की गई है। इस दौरान वित्त मंत्री और डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने रिप्लाई भाषण में अन्य घोषणाएं की। यह उम्मीदें पूरी नहीं हुई बाखासर सूखा बंदरगाह, मुनाबाव बॉर्डर पर टूरिज्म को लेकर विकसित करने, ईआरसीपी की तर्ज पर पश्चिमी राजस्थान के लिए जल परियोजना बनाने की उम्मीद थी। लेकिन फिलहाल बाड़मेर और बालोतरा वासियों की यह उम्मीदें पूरी नहीं हो पाई। 9 साल पहले की थी बाखासर बंदरगाह की घोषणा 9 साल पहले चौहटन के बाखासर बंदरगाह बनाने का सपना दिखाया गया था। लेकिन आज दिन तक यह सपना अधूरा पड़ा है। बाड़मेर का बाखासर इलाका कच्छ रण से सटा हुआ है। यहां की आसपास की सारी जमीन क्षारीय है। पहले यहां समुद्र ही था। यह इलाका कच्छ के रण के जरिए गुजरात से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। यहां की भौगोलिक परिस्थितियां समुद्री बंदरगाह के जैसी ही है। इससे देश और विदेश से आने-जाने वाला सारा सामान समुद्री जहाज से सकेगा। इसको लेकर इसी बजट सत्र में चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल ने बाखासर बंदरगाह बनाने की घोषणा की मांग की। उतरलाई एयरपोर्ट का सपना अधूरा बाड़मेर के लोगों को उड़ान योजना के तहत उतरलाई एयरपोर्ट बनाने की घोषणा करीब 6-7 पहले की गई थी। राजस्थान सरकार ने पहले बजट में जमीन आवंटन करने की घोषणा की थी। लेकिन अभी तक धरातल पर एयरपोर्ट का काम शुरू नहीं हुआ है। इससे लोगों को उम्मीद है कि एयरपोर्ट के लिए सरकार की ओर घोषणा की जाएगी।