11 केवी लाइन का तार टूटकर झोपड़े पर गिर गया। करंट से सास-बहू की मौत हो गई। झोपड़ी में आग लगने से घरेलू सामान भी जल गया। मुआवजे की मांग को लेकर लोगों ने बाजार बंद कराया और रास्ता जाम कर दिया। शवों का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया। 20 लाख रुपए मुआवजे और एक सदस्य को संविदा पर नौकरी पर सहमति बनने के बाद लोग शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ। मामला गंगापुरसिटी के बामनवास की पांच्या की ढाणी का है। एसएसओ हेमेंद्र चौधरी ने बताया कि हरेती मीणा खेत पर ही अपना झोपड़ी बनाकर रहता है। हरेती की पत्नी मनभर देवी (60), बहू सीमा (33) पत्नी मुकेश मीणा शनिवार को खेत पर ही थी। शाम करीब 7 बजे खेत के ऊपर से गुजर रही 11 केवी लाइन अचानक टूट कर गिर गई। जिसके करंट की चपेट में आने से सास-बहू बेहोश अचेत हो गई। पुलिस उन्हें सीएचसी बामनवास पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। करंट की चपेट में आने से मुकेश मीणा बाल-बाल बच गया। गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया जाम
घटना को लेकर रविवार सुबह ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। सुबह 7 बजे ग्रामीण सीएचसी बामनवास के बाहर इकट्ठा हुए और जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपए मुआवजा और एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने की मांग की। मांग पूरी न होने तक उन्होंने शवों का पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया। व्यापारियों ने भी दुकानें बंद कर दीं। लाइनमैन को किया सस्पेंड
सुबह करीब 9 बजे एसडीएम अंशुल सिंह सहित बिजली निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों से समझाइश की। ग्रामीणों का कहना था कि यह हादसा बिजली निगम की लापरवाही से हुआ है, ऐसे में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और मांगों को पूरा किया जाए, तभी पोस्टमॉर्टम होगा। बिजली विभाग ने कार्रवाई करते हुए लाइनमैन को सस्पेंड कर दिया। मांगे पूरी होने का मिला आश्वासन
घटना का पता चलने पर भाजपा विधायक प्रत्याशी रहे राजेंद्र मीणा मौके पर पहुंचे। उन्होंने बिजली निगम की लापरवाही बताते हुए कार्रवाई के लिए कहा। उन्होंने मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया, तक जाकर ग्रामीणों का आक्रोश कम हुआ। इसके बाद पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए। सीमा देवी के 9 और 6 साल के दो बच्चे हैं। दोनों बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया। कंटेंट-आशीष मित्तल
