बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने रविवार को कड़े शब्दों में पार्टी कार्यकर्ताओं पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- अगर कार्यकर्ताओं को कोई काम करवाना है या कोई समस्या है तो उन्हें खुद आना पड़ेगा। राठौड़ ने कहा- मैं प्रतिदिन कार्यालय में सभी से मिलता हूं। उनकी बात को आगे भी पहुंचाता हूं। मुख्यमंत्री भी खुद जनसुनवाई करते हैं। जनसुनवाई में जाना चाहिए। देखिए, आपके घर आकर आपको पूछे, यह उम्मीद करना तो ठीक नहीं है। आना तो पड़ेगा। अगर घर पर बैठे-बैठे भी कुछ करवाना चाहो तो संपर्क तो करना पड़ेगा, तभी पता चलेगा। बीजेपी कार्यालय में आज पीएम नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को लेकर आयोजन था। कार्यक्रम के बाद मदन राठौड़ मीडिया से बात कर रहे थे। दरअसल, प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद से ही संगठन के मंच पर कार्यकर्ता समय-समय पर उनके काम नहीं होने को लेकर नाराजगी जता चुके हैं। शनिवार को भी प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल की बैठक में कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर नाराजगी जताई थी। जनसुनवाई में पूरी बात सुनते हैं सीएम
मदन राठौड़ ने कहा- मुख्यमंत्री पूरी सुनवाई करते हैं। जनसुनवाई में वे पूरी बात सुनते हैं, मिलते हैं। मार्किंग करते हैं। अधिकारियों को निर्देश भी देते हैं। अधिकारी वापस जवाब भी देता है। यह सब हो रहा है। गहलोत का जादू हमारे यहां नहीं चलेगा
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के ‘सीएम को हटाने का षड्यंत्र’ वाले बयान पर पलटवार किया। कहा- जो जैसा होता है, वो दूसरे के लिए वैसा ही सोचता है। वह सोचते हैं कि उनकी सरकार में जैसी स्थिति थी, वैसी हमारे यहां आने वाली है। हमारे यहां ऐसी कोई स्थिति नहीं आने वाली है। वह खुद भी सपने देखते रहें, जादूगरी करते रहें। उनका जादू हमारे यहां चलने वाला नहीं है। हम एकमुखी हैं। व्यवस्थित रूप से हमारी सरकार चल रही है। सही ढंग से हम काम कर रहे हैं। कहीं कोई दिक्कत नहीं है। उनके समय में जैसे उनके आपस में झगड़े होते थे। वो उसको ध्यान में रखकर हमारे लिए सोचते हैं, गलत सोचते हैं। कांग्रेस संविधान बचाने का ढोंग कर रही
मदन राठौड़ ने कहा- देश में लोकतंत्र उस समय खतरे में था, जब देश के नागरिकों से मौलिक अधिकार छीन लिए गए थे। आपातकाल के समय बोलने की आजादी नहीं थी। मीडिया पर सेंसरशिप लगा दी गई थी। उस समय लोकतंत्र बचाने की जरूरत थी। आज कांग्रेसी केवल ढोंग कर रहे हैं। लोकतंत्र बचाने की बात वो कर रहे हैं, जिन्होंने लोकतंत्र समाप्त किया। हम संविधान-लोकतंत्र को अपना आदर्श मानते हैं। इन्होंने हमारी चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त कर दिया। ये खुद के इतिहास को भी याद कर लेंगे तो इनके मुंह से शब्द नहीं निकलेगा। कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता नहीं मिलने का उठाया था मुद्दा
शनिवार को बीजेपी प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों और प्रत्याशियों से संवाद किया था। बैठक में सत्ता और संगठन में पूर्व सांसद-विधायकों और प्रत्याशियों की सुनवाई नहीं होने साथ ही कार्यकर्ताओं के तबादले नहीं होने जैसे मुद्दे उठाए गए। बैठक में कार्यकर्ताओं को तबादलों में प्राथमिकता नहीं मिलने की बात भी उठी। कई नेताओं ने कहा कि कार्यकर्ताओं के काम नहीं हो रहे हैं। यहां तक कि कार्यकर्ताओं के परिवार के लोगों के भी तबादले नहीं हो रहे हैं। बैठक में अधिकारियों की ओर से मनमाने ढंग से काम करने की बात भी उठी। कुछ विधायकों ने कहा कि ऐसे कई अधिकारी हैं, जिनके पास क्षेत्र का काम लेकर जाते हैं, लेकिन वह सुनवाई नहीं करते हैं। … यह खबर भी पढ़ें… गहलोत बोले-सीएम को हटाने का षड्यंत्र चल रहा है:उनके खिलाफ दिल्ली-राजस्थान में भाजपा के लोग लगे; वे भ्रम में रहेंगे तो तकलीफ होगी पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम भजनलाल शर्मा को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा- सीएम को हटाने का भयंकर षड्यंत्र चल रहा है। उनके खिलाफ भाजपा के लोग लगे हुए हैं। पूर्व सीएम बुधवार को जोधपुर दौरे पर थे। (पूरी खबर पढ़ें)
