बेंगलुरु के एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम की बिजली सोमवार को काट दी गई, क्योंकि वहां सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया गया। यह कार्रवाई हाल ही में स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के बाद हुई, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी। यह भगदड़ उस समय हुई, जब हजारों लोग इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत का जश्न मनाने पहुंचे थे। बेंगलुरु इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी को फायर डिपार्टमेंट से भेजा गया था लेटर
बेंगलुरु इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी (BESCOM) को 10 जून को फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज के महानिदेशक की ओर से एक पत्र मिला था, जिसमें बताया गया था कि कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) को कई बार स्टेडियम में जरूरी फायर सेफ्टी उपाय करने को कहा गया था। KSCA ने इस मामले में एक हफ्ते का समय मांगा था, लेकिन समय सीमा के बाद भी जरूरी सुधार नहीं किए। IPL के दौरान भी स्टेडियम में फायर सेफ्टी गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल के IPL मुकाबले चिन्नास्वामी स्टेडियम में बिना उचित फायर सेफ्टी गाइडलाइंस के आयोजित किए गए। हजारों दर्शकों की मौजूदगी के बावजूद फायर सेफ्टी मानकों का पालन नहीं किया गया था। फायर विभाग के अधिकारियों ने बताया, जिस दिन भगदड़ हुई, उस दिन भी स्टेडियम में अग्नि सुरक्षा नियमों का ध्यान नहीं रखा गया था। 4 जून को RCB की विक्ट्री परेड के दौरान मची थी भगदड़
4 जून को बेंगलुरु में चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर शाम को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के IPL 2025 खिताब जीतने की खुशी में विक्ट्री परेड निकाली गई। स्टेडियम में घुसने को कोशिश में कई लोगों ने दीवार फांदने की कोशिश की। एंट्री गेट पर हजारों की भीड़ मौजूद थी। सड़क पर लाखों लोग जमा थे। इस दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हुए थे।