राजस्थान क्राइम फाइल्स के पार्ट 1 में आपने पढ़ा कि कर्नाटक के बेंगलुरू में रहने वाले राजस्थान के एक बिजनेसमैन रमेश जैन की अपने घर में जलकर मौत हो गई थी। उनकी झुलसी हुई लाश बाथरूम में मिली थी। पुलिस पूछताछ में बिजनेसमैन की 15 साल की बेटी कोमल ने बताया कि सुबह उसके पापा नहाने के लिए बाथरूम में गए थे। इसी दौरान शाॅर्ट सर्किट से आग लग गई। घटना के समय कोमल का दोस्त कुणाल भी वहां मौजूद था। दोनों ने बताया कि उन्होंने आग बुझाने की कोशिश की। इस कोशिश में उनके हाथ-पैर जल गए। पुलिस अधिकारियों को मामला संदिग्ध लगा। उन्होंने डीप इंवेस्टिगेशन के आदेश दिए। अब पढ़िए आगे की कहानी …. पड़ताल में पुलिस को एक बात सबसे ज्यादा खटक रही थी कि आखिर इतनी जल्दी सुबह-सुबह कोमल का दोस्त कुणाल उसके घर क्यों पहुंचा था? पुलिस ने सबसे पहले कुणाल के बारे में ही पड़ताल स्टार्ट की। जांच में सामने आया कि रमेश जैन की बेटी कोमल बेंगलुरु शहर के ही एक इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ती थी। उसी स्कूल में रमेश के पड़ोस में ही तीसरे ब्लॉक में रहने वाला कुणाल कुमार भी पढ़ता था। कुणाल के पिता एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। कुछ महीने पहले उसके पिता सहित कई कर्मचारियों को कुछ लाख रुपए देकर कंपनी ने हटा दिया था। ये रुपए पिता ने कुणाल के नाम से बैंक में जमा कर दिए थे। इन रुपयों के ब्याज से ही परिवार का गुजारा चलता था। कुणाल उनका इकलौता बेटा था। कोमल और कुणाल में पिछले 5 साल से दोस्ती थी। कुणाल कोमल से 3 साल सीनियर था। फिलहाल कोमल 10वीं की छात्रा थी। वहीं इंटर करने के बाद कुणाल ने शहर के एक प्राइवेट कालेज में बी.कॉम फर्स्ट ईयर में एडमिशन ले लिया था। बेड और कमरे की दीवार पर खून के निशान पुलिस को पड़ताल में ये भी पता चल गया था कि कोमल और कुणाल के बीच दोस्ती से बढ़कर रिलेशन था। ऐसे में उसका सुबह-सुबह जल्दी कोमल के घर में रहना अप्रत्याशित तो नहीं लग रहा था। इस बीच पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक टीम की एक रिपोर्ट भी मिल गई थी। फोरेंसिक टीम को घर में इन्वेस्टिगेशन के दौरान मृतक रमेश के बेड पर ब्लड स्पॉट मिले थे, जिन्हें साफ भी किया गया था। इस के साथ ही फर्श व दीवार पर भी ब्लड स्पॉट साफ किए जाने के एविडेंस थे। दूसरी तरफ पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि झुलसने से पहले किसी धारदार हथियार ने रमेश की हत्या की गई थी। अब पुलिस के सामने पूरा केस क्लियर हो गया था कि रमेश की मौत किसी अग्निकांड में नहीं हुई। उनका बड़ी प्लानिंग के साथ मर्डर किया गया था। घटना के टाइम पर घर में कोमल और कुणाल का मौजूद रहना उन पर पुलिस के शक की सबसे बड़ी वजह थी। पुलिस ने पहले तो दोनों से प्यार से पूछताछ की, लेकिन कोई ख़ास सफलता नहीं मिली। एक महीने से मर्डर की प्लानिंग कर रही थी बेटी इसके बाद जब पुलिस ने दोनों के मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए और सख्ती दिखाते हुए दोनों को एक-दूसरे के आमने-सामने बैठा कर पूछताछ की। दोनों ने बिजनेसमेन रमेश जैन की मौत का जो सच बताया, उसने सभी पुलिसकर्मियों को हैरान कर दिया। कोमल और कुणाल ने पुलिस को बताया कि उन दोनों ने मिलकर ही रमेश जैन का मर्डर किया। इसके बाद शव को जलाकर एक्सीडेंट का रूप दे दिया था। पुलिस ने मृतक रमेश की 15 साल की नाबालिग बेटी कोमल को पकड़ा और उस के 19 वर्षीय बॉयफ्रेंड कुणाल को गिरफ्तार कर लिया। कोमल ने खुलासा किया कि वह पिछले एक महीने से पिता की हत्या की योजना बना रही थी। इस दौरान उसने टीवी सीरियल, इंटरनेट और सोशल मीडिया पर हत्या करने के विभिन्न तरीकों की पड़ताल की थी। कोमल कुणाल के साथ मिलकर जुलाई से ही हत्या की कोशिश कर रही थी। दोनों की निशानदेही पर मर्डर में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया गया। इसके साथ ही खून से सना गद्दा, कपड़े व अन्य एविडेंस भी जुटा लिए गए। इस सनसनीखेज मर्डर की जो कहानी सामने आई, वह इस प्रकार थी… कोमल और कुणाल पिछले 5 साल से रिलेशनशिप में थे। कुणाल कोमल से 3 साल सीनियर था। वह शहर के एक प्राइवेट काॅलेज में बी.कॉम फर्स्ट ईयर में था। दोनों का मिलना कम ही हो पाता था। इस के चलते कोमल कुणाल से अक्सर फोन पर बात करती रहती थी। कोमल मॉडल बनना चाहती थी। मॉडल बनने की चाह और अक्सर देर तक बेटी का मोबाइल पर बात करना पिता रमेश को पसंद नहीं था। रमेश ने कई बार कोमल को कुणाल से दूर रहने को कहा था। कोमल को पिता की ये सब हिदायतें पसंद नहीं थीं। पुलिस इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि एक बार परिवार को गुमराह करके कोमल अपनी सहेलियों के साथ शहर से बाहर घूमने के बहाने बॉयफ्रेंड कुणाल के साथ मुंबई गई थी। मुंबई में 4 दिन रह कर उस ने कई फोटो शूट कराए थे और फैशन शो में भी भाग लिया। उसने अपनी मां को फोन कर बताया था कि वह मुंबई में है। 5 दिन बाद घर लौटेगी। बेटी के चुपचाप मुंबई जाने की जानकारी जब रमेश को लगी तो वह बेहद नाराज हुए। कोमल के लौटने पर उन्होंने बेल्ट से पिटाई की और मोबाइल छीन लिया। पाबंदियां लगाई तो पिता के मर्डर का प्लान बनाया रमेश को बेटी की सहेलियों से पता चला था कि कोमल उनके साथ नहीं, बल्कि कुणाल के साथ मुंबई गई थी। इससे उनका गुस्सा और भड़क गया। उन्होंने कोमल पर कई पाबंदियां लगा दी थी। पिता ने पाबंदियां लगा दी तो वह चोरी छिपे कुणाल से मिलने लगी। कोमल ने कुणाल को बताया कि उसके पिता ने उसका मोबाइल छीन लिया है। इस पर कुणाल ने कोमल को दूसरा मोबाइल दिला दिया। अब कोमल चोरी-छिपे कुणाल के दिए मोबाइल से बात करने लगी। जल्दी ही इस का पता कोमल के पिता को चल गया। उन्होंने वह मोबाइल भी छीन लिया। पिता की हिदायत व रोक टोक से नाराज कोमल ने महीने भर पहले कुणाल को पूरी बात बताई। अपनी खोई आजादी वापस पाने के लिए कोई कदम उठाने की बात कही। दोनों ने रमेश जैन की हत्या की प्लानिंग बनाई। आखिरकार 17 अगस्त को जब कोमल की मां और छोटा भाई एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने पुडुचेरी गए तो कोमल और कुणाल को अपने घिनौने प्लान को अंजाम देने का मौका मिल गया। पिता के दूध में मिला दी नींद की दवा रात को खाना खाने के बाद पिता को पीने को जो दूध दिया, उस में नींद की दवा मिला दी थीं। कुछ ही देर में पिता बेहोश हो गए। पिता को सोया देख कोमल ने उन्हें आवाज देकर और थपथपाकर कर सुनिश्चित किया कि वह पूरी तरह बेहोश हुए या नहीं। इसके बाद कोमल ने कुणाल को फोन कर घर बुला लिया। वह चाकू साथ ले कर आया था। घर में रखे चाकू व कुणाल द्वारा लाए चाकू से दोनों ने बिस्तर पर बेहोश पड़े रमेश जैन के गले व शरीर पर बेरहमी से कई वार किए, जिस से उन की मौत हो गई। शव बाथरूम में लगाकर लगा दी आग इस के बाद दोनों शव को घसीट कर बाथरूम में ले गए। हत्या के सबूत मिटाने के लिए कमरे में फैला खून व दीवार पर लगे खून के छींटे साफ करने के बाद बिस्तर की चादर वाशिंग मशीन में धो कर सूखने के लिए फैला दी। इस के बाद दोनों आगे की योजना बनाने लगे। सुबह 7 बजते ही कोमल घर से निकली। 3 बोतलों में पेट्रोल ले कर आ गई। दोनों ने बाथरूम में पड़े रमेश के शव पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी। इस दौरान दोनों के पैर व कुणाल के हाथ भी थोड़े से झुलस गए। आग लगते ही पेट्रोल की वजह से तेजी से आग की लपटें और धुआं निकलने लगा। बाथरूम की खिड़की से आग की लपटें व धुआं निकलता देख कर पड़ोसियों ने फायर ब्रिगेड व पुलिस को फोन कर दिया था। कुणाल भी कोमल के पिता से नाराज था। उस ने गिरफ्तारी के बाद बताया कि उन्होंने उसे पब्लिकली चेतावनी देते हुए अपनी बेटी से दूर रहने को कहा था। साथ ही कुछ दिन पहले उन्होंने कोमल को दिया उसका मोबाइल छीन लिया था। वह उसकी गर्लफ्रैंड को पीटते, डांटते थे, जो उसे अच्छा नहीं लगता था। कोमल ने पुलिस को बताया कि उस ने अपने पिता को चाकू नहीं मारा, लेकिन घटना के समय वह वहां मौजूद थी। राजाजीनगर पुलिस द्वारा कोमल को किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी) के सामने पेश किया, जहां से उसे बलकियारा बाल मंदिर भेज दिया गया। वहीं कुणाल को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया था। संदेह का लाभ देते हुए किया बरी इस मामले में आरोपी बेटी नाबालिग थी। उस पर जुवेनाइल कोर्ट में मामला चला। वहीं दूसरे आरोपी पर बेंगलुरु के एसीजेएम कोर्ट में ट्रायल चला। 4 बार जमानत याचिका के खारिज होने के बावजूद 2 मई 2023 को ट्रायल कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए उसे बरी कर दिया। मृतक के परिवार की तरफ से फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील भी नहीं की गई। ….. बेटी ने ही पिता का मर्डर करवाया…सीरीज का पार्ट-1 घर के बाथरूम में राजस्थानी बिजनेसमैन की जली हुई लाश:बचाने में 15 साल की बेटी के भी हाथ-पैर झुलसे, मिस्ट्री बना अग्निकांड, पार्ट-1 शहर के राजाजी नगर क्षेत्र में वाटल नागराज रोड स्थित पांचवें ब्लॉक स्थित एक घर से अचानक आग की लपटें उठ रही थीं। पड़ोसियों ने खिड़की से लपटें उठते देखी तो आग बुझाने को दौड़े।पूरी खबर पढ़िए…