भारत सरकार लिखी कैश वैन (कैश मैनेजमेंट सर्विस) से डोडा-पोस्त की तस्करी की जा रही थी। पुलिस ने आधी रात में छापेमारी की तो इसका खुलासा हुआ। वैन से 80 लाख रुपए (730 किलोग्राम डोडा-पोस्त) की नशे की खेप पकड़ी गई है। वैन से 12 बोर की राइफल, 7 जिंदा कारतूस के साथ ही सिक्योरिटी गार्ड की यूनिफॉर्म मिली है। इस दौरान आरोपी फरार हो गए। उनकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है। इंटरनेशनल बॉर्डर इलाके के बाड़मेर स्थित गुड़ामालानी इलाके में पुलिस ने यह कार्रवाई की है। आखिर पुलिस को भनक कैसे लगी, जानिए
गुड़ामालानी थानाधिकारी देवीचंद ढाका ने बताया- नशे की तस्करी के लिए बदमाश नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। 22 मार्च की रात को जानकारी यह भी मिली थी कि सुनील, सुरेंद्र और नरेश नाम के लड़के बड़ी खेप ले जाने वाले हैं। इसके लिए आरोपी कैश वैन का उपयोग कर रहे हैं। यह वही वैन थी, जिसमें कैश रखकर एटीएम तक ले जाया जाता है। बिना समय गंवाए गुड़ामालानी पुलिस आधी रात में लूणवा जागीर ग्राम पंचायत के भोलानगर गांव पहुंची। आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगे
गांव के खेत में एक कमरा बना हुआ था। यह कमरा नरेश पुत्र जबराराम का था। इसी में वैन को छुपाकर रखा गया था। वहां वैन देखकर पुलिस हैरान रह गई। पुलिस की कार्रवाई से पहले सभी आरोपी वहां से निकल चुके थे। जानकारी मिली कि 22 मार्च की रात ही इस वैन से नशे की खेप भेजी जानी थी। गाड़ी को मोडिफाई करके कैश ट्रांजिट व्हीकल का रूप दिया गया था। बदमाशों को यह बात पता थी कि कैश वैन की जांच नहीं की जाती है। इसलिए उन्होंने यह हथकंडा अपनाया था। सीसीटीवी कैमरे से लेकर सुरक्षा के पूरे इंतजाम
गुड़ामालानी थानाधिकारी देवीचंद ढाका ने बताया- इस तरह के कैश वैन में सुरक्षा के पूरे इंतजाम होते हैं। जाली लगी होती है। हर गतिविधि को कैप्चर करने के लिए सीसीटीवी भी इंस्टॉल करवाया जाता है। इस वैन में भी सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। वैन में 738 किलो डोडा-पोस्त भरा था। इसमें से राइफल और जिंदा कारतूस भी मिले हैं। इस तरह की राइफल-कारतूस वैन के साथ चलने वाले सिक्योरिटी गार्ड के पास होती है।
