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ऊपर तस्वीरों में नजर आ रहा ये शख्स खुद को राजस्थान की सबसे बड़ी प्रशासनिक सेवा (RAS) का अधिकारी बताता है। नाम नितेश सैन है। सवा साल से RAS ऑफिसर बनकर घूम रहा है। खुद को SDM बताता है। भीलवाड़ा, जयपुर सहित कई जिलों में पोस्टिंग का दावा करता है। कभी फोन करके तो कभी खुद तहसील कार्यालय में जाकर पोस्ट का रौब दिखाकर काम करवा लेता है। यहां तक कि उसने इसी फर्जीवाड़े के जरिए एक इंजीनियर युवती से सगाई तक कर ली थी। जिसमें कई असली RAS-RPS अफसर शामिल हुए थे। दैनिक भास्कर की इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि ये व्यक्ति प्रशासनिक सेवा में नहीं है। स्पेशल रिपोर्ट में पढ़िए- फर्जीवाड़े की पूरी कहानी जानकारी मिली कि सीकर जिले में एक व्यक्ति खुद को SDM बता रहा है, जबकि ये सच नहीं है। ये सिर्फ सूचना भर थी, हकीकत किसी को पता नहीं थी। राजस्थान की सबसे बड़ी सर्विसेज का मामला था। करीब 27 दिन तक पड़ताल की। फर्जीवाड़े के पांच सबूत मिले… 1. RAS 2021 बैच के रिजल्ट में नाम ही नहीं सबसे पहले 18 नवंबर, 2023 के रिजल्ट के बारे में पड़ताल की। सिलेक्ट हुए अभ्यर्थियों से नितेश सैन के बारे में पूछताछ की। उन्होंने बताया कि इस नाम का कोई भी युवक उनके बैच में नहीं था। यहां तक ट्रेनिंग के दौरान भी नितेश नाम का कोई युवक नहीं था। इसके बाद RAS 2021 की फाइनल रिजल्ट की लिस्ट चेक की। इसमें भी नितेश सैन का नाम नहीं था। नितेश सैन की फेसबुक पोस्ट पर उसने RAS रिजल्ट में 98वीं रैंक बताई है। भास्कर ने चेक किया तो 98वीं रैंक 906942 रोल नंबर वाले अभ्यर्थी की थी। ये रोल नंबर भी नितेश का नहीं था। 2. कर्मचारी विभाग के रिकॉर्ड में भी ऐसा नाम नहीं
इसके बाद कर्मचारी विभाग की वेबसाइट पर जाकर नितेश सैन का नाम चेक किया। यहां भी नितेश सैन नाम का RAS नहीं मिला। इसके बाद अन्य सर्विसेज में भी जाकर विभाग की वेबसाइट्स पर डिटेल चेक की। यहां भी नितेश नाम का कोई आरएएस अफसर नहीं मिला, जबकि 2021 बैच के अन्य सभी चयनित अफसरों के नाम उनकी पोस्टिंग के बारे में जानकारी उपलब्ध थी। 3. नौकरी के लिए पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं नियम है कि किसी भी सरकारी विभाग में नौकरी लगने पर उसका पुलिस वेरिफिकेशन होता है। नितेश का गांव रींगस थाने के अंतर्गत आता है। इस संबंध में रींगस थानाधिकारी सुरेश कुमार का कहना था कि नितेश सैन के नाम से सरकारी विभाग से कोई वेरिफिकेशन आई ही नहीं है। संबंधित विभाग की ओर से पत्र आने पर ही पुलिस की ओर से वेरिफिकेशन कराया जाता है। इससे तय है कि नितेश किसी सरकारी सर्विस में चयन नहीं हुआ। 4. RAS बैच का आईडी कार्ड भी फर्जी नितेश जो आईकार्ड लोगों को दिखाता है, वह भी फर्जी है। आरएएस बनने के बाद करीब 15 सप्ताह की ट्रेनिंग ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) में होती है। साथ ही अलाइड सर्विस की भी ट्रेनिंग कराई जाती है। नितेश का सच जानने के लिए भास्कर टीम OTA पहुंची। यहां पर सहायक प्रोफेसर गुल फिरदौस को नितेश के आईकार्ड की फोटो कॉपी दिखाई। प्रोफेसर बोले- ऐसा आईकार्ड हमारे यहां नहीं हाेता है। ये पूरी तरह से गलत है। पड़ताल में सामने आया कि ये कार्ड अलग से एडिट करके बनाया गया है। इसके फॉन्ट भी बिल्कुल अलग हैं। 5. शीतल चौधरी नाम की युवती को मिली थी 98वीं रैंक इसके अलावा RAS 2021 बैच के बारे में पता लगाया। पूरे बैच में नितेश सैन नाम का कोई आरएएस ही नहीं है। नितेश ने सोशल मीडिया पर 98वीं रैंक का दावा किया था। पड़ताल में सामने आया कि RAS-2021 बैच में 98 रैंक ही नहीं है। 94 के बाद सीधे 100वीं रैंक है। 2021 बैच में अकाउंट सर्विस में 98 रैंक शीतल चौधरी की आई हुई है। शीतल का नंबर 906926 है। नितेश के कारनामों को बताने से डर रहे अफसर नितेश ने कई लोगों से धोखाधड़ी भी की है। गांव वालों के अनुसार अगर नितेश वास्तव में आरएएस अधिकारी हुआ तो वो फंस जाएंगे, इसलिए वे कुछ नहीं बता रहे। गांव में खुलकर कोई सामने भी नहीं आ रहा। कैमरे पर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि वे नहीं जानते क्या सच है। ऐसे में नितेश ने किसके साथ क्या धोखाधड़ी की, ये अभी सामने नहीं आया है। उधर, इस इलाके के कई अफसर खुद नितेश के झांसे में फंस चुके हैं, ऐसे में वो भी चुप्पी साधे हुए हैं। 2023 में आया था रिजल्ट, तभी से चल रहा खेल RPSC ने आरएएस भर्ती 2021 में भर्ती निकाली थी। एग्जाम का रिजल्ट 18 नवंबर 2023 को आया था। एग्जाम में जाे अभ्यर्थी सिलेक्ट हुए उनके घरवालों, रिश्तेदारों और दोस्तों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और बधाइयां दीं। सोशल मीडिया पर इन्हीं में से एक पोस्ट थी… ‘नितेश पुत्र सांवरमल सैन निवासी गांव सरगोठ, तहसील रींगस को 98 रैंक के साथ आरएएस क्वालिफाई करने पर बधाई…’ सोशल मीडिया पर ये पोस्ट करते ही बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया। रिजल्ट के बाद नितेश नाम के इस युवक का सोशल मीडिया प्रोफाइल भी बदल गया। लिंक्डइन पर नितेश एक फोटो अपलोड की। इनमें वह RPSC यानी राजस्थान लोक सेवा आयोग की बिल्डिंग के बाहर खड़ा था। प्रोफाइल में लिखा था… NITESH SAIN RAS at Govt. of Rajasthan गांव के लोगों ने विजय जुलूस निकाला, सरकारी ऑफिसों में बांटी मिठाई रींगस के सरगोठ के लिए ये बड़ी उपलब्धि थी कि गांव का एक बेटा RAS में सफल हो गया। नितेश की सफलता पर पूरे गांव ने जश्न मनाया। नितेश को ओपन गाड़ी में बैठाकर सरपंच और गांव के लोगों ने जुलूस निकाला। ढोल नगाड़ों के साथ निकाले जुलूस में गांव के कई गणमान्य लोग शामिल हुए। जगह-जगह चौराहे पर रोक कर नितेश का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया था। सरगोठ से लेकर रींगस में मिठाई बांटी गई। फेसबुक पर पोस्ट और जुलूस के बाद नितेश सैन रींगस के तहसील ऑफिस व अन्य कार्यालयों में पहुंचा पूरे कार्यालय में मिठाई बांटी। कई संगठनों ने किया सम्मानित, 15 महीने से एसडीएम बनकर घूम रहा नितेश सैन के RAS में कथित सिलेक्शन को लेकर समाज की ओर से त्रिवेणीधाम में सम्मानित किया गया। इसके बाद सैन समाज रींगस ने भी एसडीएम बनने पर सम्मानित किया। कई बड़े संगठनों और कोचिंग इंस्टीट्यूट ने भी नितेश को सम्मान से नवाजा। बच्चों के सामने मोटिवेशनल स्पीच दिलाई गई। नितेश करीब 15 महीने से एसडीएम बनकर घूम रहा है। इस दौरान चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ सहित कई मंदिरों में खुद को RAS ऑफिसर बताकर प्रोटोकॉल से दर्शन किए। बोलेरो पर बत्ती लगा कर आता-जाता मामले की इन्वेस्टिगेशन के दौरान सरगोठ गांव के कुछ लोगों से बात की। नाम छापने की शर्त पर लोगों ने बताया कि- नितेश के घर सुबह 10 से 10.30 बजे के बीच एक बत्ती लगी बोलेरो आती थी। गाड़ी में ड्राइवर और एक महिला होती थी। नितेश गाड़ी में उनके साथ निकल जाता। लोगों ने बताया- नितेश का मूल गांव बनाथला है। उसका पूरा परिवार नाना के पास सरगोठ गांव में रहता है। उसके मामा नहीं है। नाना के गोद आया है। उसके पिता सांवरमल सीआरपीएफ में हैं। सरगोठ में वह खुद मां के साथ ही रहता है। उसके एक भाई व एक बहन है। नितेश ने बारहवीं पास की है। इसके बाद सीकर से आगे की पढ़ाई की। वह सीकर में रहकर ही प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग करने लगा। कोचिंग के लिए दिल्ली भी गया था। रींगस तहसीलदार विवेक कटारिया ने बताया- वह खुद मिठाई लेकर आया था। खुद को एसडीएम बताया। वह अक्सर ही सीधे आ जाता था। ऐसे में मुझे भी शक हुआ था। वह आए दिन नायब तहसीलदार, पटवारियों के पास आ जाता। उनसे छोटे-मोटे काम करवाता था। कर्मचारी भी उसे एसडीएम समझ कर सैल्यूट करते थे। फर्जी एसडीएम की सगाई में पहुंचे कई असली आरएएस व आरपीएस नितेश सैन ने खुद को RAS बताकर सगाई भी करा ली थी। गांववालों और रिश्तेदारों में अपना रूतबा जमाने के लिए सगाई में कई असली RAS व RPS को बुलाया था। कई बार फोन कर उन पर आने के लिए दबाव भी बनाया था। कई RAS व RPS सगाई कार्यक्रम में पहुंचे भी थे। रींगस तहसीलदार विवेक कटारिया ने बताया- नितेश ने उन्हें भी करीब 4 से 5 बार सगाई में आने के लिए कहा था, लेकिन वे गए नहीं थे। हालांकि सगाई के बाद लड़की वालों और नितेश के बीच कुछ अनबन हो गई थी, इस वजह से लड़की वालों ने रिश्ता तोड़ दिया। सच जानने के लिए हमने लड़की वालों से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने बात करने से मना कर दिया। 100 से ज्यादा सम्मान करवा चुका नितेश के बारे में सरगोठ गांव में कोई भी ऑन कैमरा बात करने को तैयार नहीं था। ऑफ कैमरा कुछ लोग बात करने को तैयार हुए। नितेश के घर के पास ही दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति ने बताया- पहले नितेश के एसडीएम बनने की चर्चा थी। अब कह रहे हैं कि लेखाधिकारी बनेगा। गांव में 100 से ज्यादा साफा बंधवा लिए। जुलूस भी निकाला था। वहीं बैठे एक दूसरे व्यक्ति ने कहा- आरएएस बनने पर हमने खूब स्वागत किया था। नितेश अब लोगों काे मार्च में जॉइन करने की बात बोल रहा है। उसकी सगाई में हम भी गए थे। कई आरएएस व एसडीएम आए थे। सैन समाज के अध्यक्ष बोले- मैंने भी सम्मान किया था सैन समाज के अध्यक्ष विष्णु सैन बोले- समाज में कोई बड़ा काम करता है तो खुशी होती है। दो-तीन दिन पहले नितेश से बात हुई थी तो बोल रहा था कि अभी भी एसडीएम हूं। ये लोग अफवाह फैला रहे हैं। वो कई जिलों में अपनी पोस्टिंग बताता है। पहले चित्तौड़, मांडलगढ़, भीलवाड़ा में पोस्टिंग बताई। चित्तौड़ में तो एसडीएम की नेम प्लेट भी लगने की बात कही थी। नितेश बोला- मैं RAS ही हूं, लोग मेरे पीछे पड़े हैं पक्ष जानने के लिए नितेश से उसके मोबाइल नंबर पर कॉल किया। उससे RAS में रैंक? पोस्टिंग कहां हैं? जैसे कई सवाल पूछे। बजाय सच बताने के नितेश जवाब में इधर-उधर घुमाता रहा और कहा कि मैं RAS ही हूं….लोग मेरे पीछे पड़े हैं। पढ़िए बातचीत के कुछ अंश… सवाल : क्या आप एसडीएम हैं, कहां पोस्टिंग है? जवाब : नहीं मैं एसडीएम नहीं हूं, अकाउंट सर्विस में हूं। सवाल : कहां पर पोस्टेड हैं?
(कोई जवाब नहीं दिया…) सवाल : आरएएस में आपकी 98 रैंक आई है, आपने कई सोशल साइट्स पर पोस्ट किया है।
जवाब : नहीं, मेरी 498 रैंक आई है। मैं किसी तरह की सोशल साइट्स नहीं चलाता हूं। सवाल : आरएएस और अकाउंट सर्विस में भी आपकी 98 रैंक नहीं है, लिस्ट के अनुसार ये रैंक शीतल चौधरी की है।
जवाब : (कुछ देर चुप रह कर बोले) बिल्कुल शीतल चौधरी की है, लेकिन मेरी 498 रैंक है। सवाल : 498 रैंक आरएएस और अकाउंट सर्विस में भी नहीं है।
जवाब : सर, मैं आपसे मिल कर बात करता हूं। सहयोग कीजिए। मेरा आरएएस में सिलेक्शन हुआ है। आप चाहो तो मेरे बैचमेट से पूछ सकते हैं।

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