भीलवाड़ा में मंगलवार रात से रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ। बुधवार दोपहर 12 से 3 बजे के बीच कई इलाकों में तेज बारिश हुई। इसके बाद नली नाले उफान पर आ गए। तेज बारिश के चलते बुधवार को शहर के अलग-अलग इलाकों में 3 घटनाओं में 3 लोगों की मौत हो गई। पानी में बहे दो शव कल ही बरामद कर लिए गए थे, जबकि एक युवक का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने को कहा है। पानी का कहर, 3 की मौत… 1. खेत से लौट रहा किसान बहकर तालाब में गया भीलवाड़ा के बड़लियास थाना इलाके के बरूंदनी गांव में बुधवार शाम 4 बजे एक किसान तालाब में डूब गया। करीब एक घंटे तक चले सर्च में उसका शव रेस्क्यू कर निकाला गया। जानकारी के अनुसार बरूंदनी गांव निवासी किसान गोपाल (45) पुत्र भवना कुमावत बुधवार दोपहर खेत पर था। इस दौरान तेज बारिश शुरू हो गई। शाम 4 बजे वह खेत से गांव लौट रहा था। इस दौरान बस स्डैंड की तरफ से पानी का तेज बहाव गांव के तालाब की तरफ जा रहा था। गोपाल इस पानी में बहकर तालाब में चला गया। गांव वालों ने SDRF को सूचना दी। शाम करीब 5 बजे गोपाल की बॉडी तालाब से रिकवर कर ली गई। हॉस्पिटल में उसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। 2. मजदूर ने रपट पार की, तेज बहाव में बहा, बॉडी नहीं मिली भीलवाड़ा के काछोला थाना इलाके के करोलिया घाटी मार्ग पर शाम 6 बजे चोहली गांव के पास बनास नदी पर बनी रपट पार करते हुए एक खनन मजदूर तेज बहाव में बह गया। उसकी बॉडी नहीं मिली। मजदूर शंकर भील (55) पुत्र प्रताप भील मजदूरी करने माइंस पर गया था। लौटते वक्त बनास नदी का पानी उफान मारने लगा। पानी रपट के ऊपर से तेज गति से बह रहा था। शंकर घर लौटने के लिए इसी पानी में उतर गया। लोगों ने उसे मना भी किया लेकिन वह नहीं माना। नदी के बीच में तेज बहाव में उसके पैर उखड़ गए और वह बहकर रपट से 50 मीटर दूर बबूल की झाड़ियों तक पहुंच गया। शंकर बबूल की टहनियों को पकड़ लिया और आधे घंटे तक वह वहीं फंसा रहा और मदद की गुहार करता रहा। लेकिन तब तक उसके बचाव के लिए न तो गांव वाले कोई उपाय कर सके और न एसडीआरएफ टीमें पहुंच सकीं। आखिर आधे घंटे बाद उसका हाथ छूट गया और वह तेज बहाव में बह गया। अंधेरा होने के कारण बुधवार रात रेस्क्यू नहीं हो सका। गुरुवार सुबह से ही टीमें शव तलाश करने में लगी हैं लेकिन दोपहर 2 बजे तक शंकर की बॉडी नहीं मिली। 3. नगर निगम सफाईकर्मी नाले में बहा, बॉडी मिली भीलवाड़ा शहर के शास्त्रीनगर इलाके में बुधवार रात 8.30 बजे नगर निगम का सफाई कर्मचारी नाले के तेज बहाव में बह गया। रात में ही उसकी बॉडी नाले से निकाल ली गई। जानकारी के अनुसार रात 8.30 बजे के करीब शास्त्रीनगर इलाके के कावा खेड़ा से सफाई कर्मचारी शिवचरण गौरण घर जाने के लिए निकला था। इस दौरान बरसाती नाले में 5 फीट पानी तेज बहाव से बह रहा था। शिवचरण लड़खड़ाकर नाले में गिर गया और पानी के साथ बह गया। कुछ लोगों ने उसे पानी में गिरते देख लिया था। प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। रात 9 बजे तक जब शिवचरण घर नहीं पहुंचा तो परिजन भी तलाश करते हुए नाले के पास आ गए। रात में शिवचरण की बॉडी नहीं मिली। गुरुवार सुबह फिर सर्च अभियान शुरू किया गया। सुबह 8 बजे SDRF की टीम को शिवचरण की बॉडी मिल गई। शव को महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शिफ्ट किया गया। परिजन प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवाजे की मांग करने लगे। परिजन ने शिवचरण के स्थान पर उसके बेटे को नौकरी पर नगर निगम में लगाने की मांग की। प्रशासन से सहमति के बाद परिजन ने शव लिया। बता दें कि बुधवार को दोपहर 12 से 3 बजे के बीच जिले के भीलवाड़ा शहर, हमीरगढ़, बिजोलिया, मांडलगढ़, मंगरोप, बड़लियास और बरुंदनी इलाकों में अच्छी बारिश हुई। भीलवाड़ा शहर में बुधवार दोपहर 8 इंच पानी बरसा। वहीं हमीरगढ़ इलाके में 9 इंच तक बारिश हुई। ऐसे में इलाके के नदी-नाले उफन पड़े। प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है।