सावन महीने के पहले सोमवार पर राजस्थान के शिवालयों में ही भक्तों की भीड़ रही। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा सहित तमाम शहरों में सुबह 4 बजे से ही जलाभिषेक का सिलसिला शुरू हो गया था। भीड़ को देखते हुए कई मंदिरों के बाहर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, आज पहले सोमवार को विशेष संयोग बना। 14 जुलाई को धनिष्ठा नक्षत्र, आयुष्मान योग और गणेश चतुर्थी एक साथ थी। जयपुर चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर के महंत शक्ति व्यास ने बताया- 3100 किलो आम से मंदिर की सजावट की गई है। भगवान भोलेनाथ का सुबह 3 बजे 151 किलो गाय के घी से अभिषेक, इसके बाद पंचामृत अभिषेक किया गया। जलाभिषेक शाम 4 बजे तक चला। उसके बाद महादेव का आम से श्रृंगार किया गया। जयपुर के झारखंड महादेव मंदिर में कावड़ियों ने पहले जलाभिषेक किया
जयपुर के वैशाली नगर स्थित झाड़खंड महादेव मंदिर में सावन के पहले सोमवार को सुबह तीन बजे से ही भक्तों की लाइन लगनी शुरू हो गई थी। सुबह मंगला आरती के बाद सबसे पहले कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया था। मंदिर समिति सदस्य श्रीप्रकाश सोमानी ने बताया कि मंदिर में शाम 4 बजे तक जलाभिषेक हुआ। इसके बाद भोलेनाथ का 2 क्विंटल देसी-विदेशी फूलों से फूल बंगला तैयार किया गया। भगवान का विशेष श्रृंगार कर महाआरती की गई। राजस्थान के शिवालयों की PHOTOS… अरावली पर्वतमाला की गोद में सजा चमत्कारी शिवधाम:ऋषि-मुनियों की तपोभूमि रहा, चट्टानों से प्रकट हुआ शिवलिंग प्रदेश भर के शिवालयों के पल-पल के अपडेट के लिए ब्लॉग देखिए…