बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने बुधवार को पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा- डोटासरा राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) में हस्तक्षेप करते थे। उन्होंने RPSC में हस्तक्षेप करके अपने परिवार के लोगों का चयन करवा दिया। आज वे कटघरे में जाने की स्थिति में हैं। जिनका चयन हुआ है, वो भी मुश्किल में आ गए हैं। प्रदेश बीजेपी कार्यालय में मीडिया से बातचीत में राठौड़ ने कहा- हम आरपीएससी में हस्तक्षेप नहीं करते हैं। डोटासरा अपने समय की स्थिति हम पर नहीं लादें। आरएएस अभ्यर्थियों को लेकर उन्होंने कहा कि बच्चे हमारे पास आए थे। हमने उनकी बात सक्षम स्तर तक पहुंचाने का काम किया। आरपीएससी ऑटोनॉमस बॉडी है। इसमें भाजपा का कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है। सुझाव देना अलग बात है और हस्तक्षेप करना अलग। कांग्रेस उन अभ्यर्थियों को भी भड़काने का काम कर रही है। कांग्रेस में तानाशाही चलती है
मदन राठौड़ ने डोटासरा के कांग्रेस के संगठन को मजबूत करने वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी लगातार चुनाव जीत रही है। अभी हाल ही में हुए पंचायत और निकाय के उपचुनावों में कांग्रेस ने 4 और बीजेपी ने 29 जीते। कांग्रेस लगातार अपना जनाधार खो रही है। उनके नेता केवल अनर्गल बयानबाजी करके पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस से अपना घर संभल नहीं रहा है। वो हमारी बात कर रहे हैं। बीजेपी का संगठन एकमुखी होकर काम कर रहा है। कांग्रेस के लोगों का उनकी पार्टी से मोह भंग हो रहा है। वो लगातार बीजेपी जॉइन कर रहे हैं तो संगठन हमारा मजबूत है कि उनका। लेकिन, यह सब उनके समझ में नहीं आएगा क्योंकि उनके यहां तानाशाही चलती है। हमारे यहां लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन किया जाता है। विपक्ष में राष्ट्रभक्ति की कमी
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कांग्रेस नेताओं की राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद पर की गई आलोचना पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद जैसे विषयों पर किसी की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की जाएगी। पाकिस्तान के सैन्य अधिकारी ने माफी मांगी है। सीजफायर की अपील की है, और हमारी शर्तों पर वार्ता की है। यह भारत की दृढ़ नेतृत्व शक्ति का परिणाम है। ऑपरेशन सिंदूर पर जहां पूरा विश्व भारत की कार्रवाई स्वीकार कर चुका, वहीं हमारे विपक्षी नेता इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे। इनमें राष्ट्र भक्ति की कमी है।
