अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में इब्तीदा संस्था की ओर से शहर की कंपनी बाग के सामने स्थित एक निजी मैरिज होम में मंच मुखियाओं की अनुभव आदान-प्रदान कार्यशाला में महिलाओं ने अपने अनुभव शेयर किए। यह कहा कि संस्था से जुड़ने के बाद खुद के अधिकारों को समझने लगी हैं। पेंशन नहीं मिलने की शिकायत करने लगी हैं। यहां आने से पहले कुछ नहीं पता होता था परेशानी होने पर शिकायत कहां करनी है। लेकिन अब हम अपने हक को समझने लगी हैं। संस्था की ओर से आयोजित कार्यक्रम में 500 महिलाएं शामिल हुई। संस्था के अध्यक्ष उमेश अग्रवाल व संस्था के कार्यकारी निदेशक यतेस यादव ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य अनुभवी महिलाओं को एक दूसरे से संवाद कराना है। जिसमें सरकार की योजनाओं की जानकारी सभी महिलाओं तक पहुंच सके। अलवर के सालपुरी गांव निवासी सोनबाई ने बताया कि वह 25 साल से समूह से जुड़ी हुई है। पहले महिलाओं में साक्षरता की कमी थी। जिसके चलते अधिकारों की जानकारी नहीं थी। वहीं संस्था से जुड़ने के बाद हम अपने अधिकारों को समझने लगी हैं। पहले राशन डीलर पूरा राशन तक नहीं देता था। अब हम पूरी जानकारी रखती हैं। पेंशन की पूरी जानकारी है।