महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव महेन्द्र सोनी द्वारा जोधपुर के बैठक हॉल में विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। शासन सचिव ने बैठक की शुरुआत महिला अधिकारिता विभाग के कार्यों की समीक्षा से की। उन्होंने मुख्यमंत्री नारी उद्यम प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य के अनुसार प्रतिमाह ऋण आवेदन एवं ऋण स्वीकृति सुनिश्चित करने पर बल दिया। साथ ही, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” योजना के तहत मासिक गतिविधियां आयोजित कर नीयत व्यय सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। बजट का समयबद्ध उपयोग सुनिश्चित करने के दिए निर्देश इसके अतिरिक्त, समेकित बाल विकास सेवा योजना के अंतर्गत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को हर माह समय पर मानदेय प्रदान करने, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में लंबित प्रकरणों की संख्या कम करने, पोषण ट्रैकर पर समय पर एवं सटीक प्रविष्टियां करने तथा सभी योजनाओं में आवंटित बजट का समयबद्ध उपयोग सुनिश्चित करने हेतु स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक में विभाग के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। जिनमें उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग समदर सिंह भाटी, उपनिदेशक महिला अधिकारिता फरसाराम विश्नोई, संरक्षण अधिकारी सुनीता बेनीवाल, बाल विकास परियोजना अधिकारी मण्डोर भागीरथ चौधरी, धवा से लीला सोलंकी, केरू से भगवान सिंह, जोधपुर शहर से सुनन्दा सैनी, जेंडर विशेषज्ञ कानाराम सहित महिला अधिकारिता विभाग के सुपरवाइज़र व समेकित बाल विकास सेवा योजना के पर्यवेक्षक शामिल थे।