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राजस्थान क्राइम फाइल्स के पार्ट-1 में आपने पढ़ा कि उदयपुर से 40 किलोमीटर दूर उबेश्वर के जंगल में युवक-युवती के शव मिले। दोनों के शवों पर कपड़े नहीं थे। युवक का प्राइवेट पार्ट काट दिया गया था। वहीं युवती के प्राइवेट बॉडी पाट्‌र्स पर भी पत्थरों के चोट के निशान थे। मामले में सबसे चौंकाने वाला पहलू था कि दोनों के शव फेविक्विक से चिपकाए हुए थे। पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों अलग-अलग समाज से थे। पुलिस ऑनर किलिंग की थ्योरी पर काम कर रही थी। सबूत जुटाकर कड़ी से कड़ी जाेड़ते हुए पुलिस हत्यारे तक पहुंच गई। अब पढ़िए आगे की कहानी… पुलिस ने राज (बदला हुआ नाम) और कविता (बदला हुआ नाम) की हत्या के मामले में गांव के 52 साल के तांत्रिक भालेश जोशी को हिरासत में लिया। भालेश जोशी उस क्षेत्र में तंत्र-मंत्र और टोना-टोटका के लिए पहचाना जाता था। इसी गांव में उसका आश्रम भी था। कॉल रिकॉर्ड और सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने जब भालेश जोशी से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया। पुलिस जिस हत्याकांड को ऑनर किलिंग मान रही थी, तांत्रिक की एंट्री से इंवेस्टिगेशन का पूरा एंगल बदल गया। पूछताछ में भालेश ने जो सच बताया, उसे सुनकर पुलिस भी हैरान कर गई। आश्रम में ही हुई थी मुलाकात
भालेश ने बताया कि गांव में उसका आश्रम है। उस आश्रम में राज अपने परिवार के साथ आता था। वहीं कविता भी कई साल से उसके आश्रम में आ रही थी। आश्रम में ही कविता और राज की मुलाकात हुई। भालेश और कविता के बीच नजदीकियां बढ़ गई थीं। दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। शादीशुदा होने के बावजूद दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए। पुलिस ने कविता के फोन की कॉल डिटेल रिपोर्ट मंगवाई। इसमें सामने आया कि राज के अलावा कविता तांत्रिक भालेश से भी घंटों बात करती थी। भालेश ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह और कविता राज के आने से पहले से रिलेशन में थे। कविता उसके पास परिवारिक समस्याओं के समाधान के लिए जाती थी। इस दौरान ही दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी थीं। राज से मिलने के बाद तांत्रिक से दूर हो गई थी कविता
राज से मिलने के बाद कविता उसकी ओर आकर्षित हाे गई। उसने तांत्रिक भालेश से मिलना और फोन पर बात करना कम कर दिया था। इसकी भनक भालेश को लग गई थी। राज और कविता अक्सर आश्रम में आते। अलग-अलग बहाने से वहीं पर समय बिताते थे। भालेश की आंखों के सामने कविता उससे दूर हो रही थी और ये वो बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। उसके मन में दोनों के लिए गुस्सा भरा हुआ था। इधर, कविता से मिलने के बाद राज की शादीशुदा जिंदगी में भूचाल आ गया था। राज की शादी पांच साल पहले 2017 में हुई थी। उसकी दो बेटियां भी थीं। कविता के राज की जिंदगी में आने के बाद उसके और उसकी पत्नी के बीच झगड़े बढ़ गए। राज की पत्नी भी पूजा-पाठ के लिए भालेश के आश्रम में आती थी। तांत्रिक ने राज की पत्नी को बताया था सच
राज हमेशा अपनी पत्नी से झगड़ा करता था। राज की पत्नी तांत्रिक भालेश को बहुत मानती थी। उसे लगता था कि भालेश के पास हर समस्या का समाधान है। राज की पत्नी अपने पति से आए दिन होने वाले झगड़ों का समाधान पूछने के लिए तांत्रिक भालेश के पास गई। वहां तांत्रिक भालेश ने राज की पत्नी और उसके परिवार को राज और कविता के बीच चल रहे अफेयर के बारे में बताया। इसके बाद से राज की पत्नी और उसका परिवार उसके कविता से संबंधों का विरोध कर रहे थे। राज को पता चल गया था कि उसके अवैध संबंधों के बारे में तांत्रिक भालेश ने ही उसके परिवार को बताया है। उसने इस बारे में कविता को भी बताया। इसका बदला लेने के लिए कविता अपने साथ संबंधों को लेकर भालेश को ब्लैकमेल करने लगी। राज और कविता भालेश को धमकी देते थे कि वो उसकी तांत्रिक की छवि को धूमिल कर देंगे। तीन महीने से प्लान बना रहा था, 150 एमएल फेविक्विक बोतल में इकट्‌ठा किया
कविता किसी भी कीमत पर राज से अलग नहीं होना चाहती थी। उसने भालेश को तंत्र-मंत्र से ऐसा समाधान करने के लिए कहा, जिससे वो और राज हमेशा एक साथ रह सकें। इधर, जब से राज और कविता ने भालेश को ब्लैकमेल करना शुरू किया, तब से वो उन्हें रास्ते से हटाने का प्लान बना रहा था। भालेश को पता था कि उसके और कविता के संबंधों की बात सामने आए तो उसकी और उसके आश्रम की प्रतिष्ठा खराब हो जाएगी। ऐसे में जब कविता ने उसे समाधान ढूंढने के लिए कहा तो उसे लगा कि यही सुनहरा मौका है। भालेश ने कविता को विश्वास दिलाया कि वो तंत्र-मंत्र से ऐसा उपाय करेगा कि राज और उसके संबंधों में आ रही सारी अड़चनें दूर हो जाएंगी। कविता और राज को पता भी नहीं था कि भालेश के दिमाग में कितनी खतरनाक साजिश पनप रही थी। तीन महीने तक उसने अलग-अलग दुकानों से फेविक्विक खरीदकर 150 एमएल एक बाेतल में जमा कर लिया। जंगल में बुलाया, खुले में संबंध बनाने को कहा
राज का पूरा परिवार उसके खिलाफ हो गया था। ऐसे में राज भी कविता से दूरी बनाना चाहता था, लेकिन कविता इसके लिए तैयार नहीं थी। 15 नवंबर को तांत्रिक ने राज और कविता को मिलने के लिए बुलाया। तीनों उदयपुर के सुखाड़िया सर्किल पर मिले। राज ने अपनी बाइक सुखाड़िया सर्किल पर ही खड़ी कर दी। तीनों तांत्रिक की बाइक पर सवार होकर उबेश्वरजी के जंगल की ओर चले गए। तांत्रिक ने दोनों को एक विशेष पूजा के बारे में बताया था। कहा था कि इस पूजा के बाद उन्हें कोई अलग नहीं कर पाएगा। उबेश्वरजी के जंगल में भालेश ने कविता व राज को एक जगह बैठा दिया। वहां दोनों के जीवन की स्थितियों को वश में करने का ढोंग कर मंत्र पढ़ने लगा। तांत्रिक ने जीवनभर का रिश्ता मजबूत करने लिए राज व कविता को खुले में शारीरिक संबंध बनाने के लिए कहा। कविता और राज ने तांत्रिक की बात मान ली। हत्या के बाद बूंदी भाग गया था तांत्रिक
इसी दौरान तांत्रिक भालेश ने मौका देख थैली में पड़ी बोटल का फेविक्विक राज और कविता पर फेंक दिया। राज और कविता के शरीर एक दूसरे से चिपक गए। फेविक्विक की कुछ बूंदें उनकी आंखों में भी चली गईं। दोनों फेविक्विक से आजाद होने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान भालेश ने चाकू और पत्थर से राज और कविता पर हमला बोल दिया। 15 मिनट तक भालेश लगातार राज व कविता पर हमला करता रहा। दोनों के प्रति तांत्रिक का गुस्सा इतना था कि राज का प्राइवेट पार्ट काट दिया और कविता के प्राइवेट पार्ट को पत्थर से कुचल दिया। कविता और राज की हत्या करने के बाद भालेश बूंदी चला गया। 16 और 17 नवंबर को बूंदी में रुकने के बाद उसे पता लगा कि पुलिस कविता के परिजनों से पूछताछ कर रही है। उसे लगा कि पुलिस उस तक कभी नहीं पहुंच पाएगी। इसके बाद वह अपने आश्रम लौट आया। इधर, वारदात के बाद से सुराग की तलाश में पुलिस कई सीसीटीवी के फुटेज खंगाल रही थी। एक फुटेज में राज और कविता बाइक पर एक अन्य व्यक्ति के साथ जाते नजर आए। उस बाइक पर सांप बना हुआ था। इसी से पुलिस तांत्रिक तक पहुंच गई। जब पुलिसकर्मी उसके आश्रम पर पूछताछ के लिए बुलाने पहुंचे तो बाबा ने आनाकानी की। इसके बाद थाने में भी पूछताछ के दौरान तांत्रिक बार-बार घबरा रहा था। इससे पुलिस का शक गहरा गया और तांत्रिक से सख्ती से पूछताछ की। तांत्रिक ने बताया कि राज व कविता की हत्या करने के बाद वह बूंदी भाग गया था। कविता व राज पर पत्थर से हमला कर रहा था, उसके हाथ पर भी चोट लग गई थी। महिलाओं को सुखी जीवन का देता था झांसा
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि भालेश तंत्र-मंत्र के नाम पर लोगों को झांसे में लेता था। वह ज्यादातर प्रेमी जोड़े और दुखी महिलाओं को ही अपना शिकार बनाता था। दुखी महिलाओं को घर में शांति और पैसे की बढ़ोतरी करने का झांसा देकर ताबीज बनाकर देता था। जब फेविक्विक से चिपकी मिली शादीशुदा प्रेमियों की लाशें:दोनों की जाति अलग, शवों पर क्रूरता के निशान, ऑनर किलिंग या कुछ और? पार्ट-1

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