डूंगरपुर| माथुगामड़ा में बीएमएस के बैनर तले आंगनबाड़ी, आशा सहयोगिनी और साथी कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। बैठक में जिला संरक्षक लक्ष्मी जैन मुख्य अतिथि रहीं। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष मंजुला प्रजापत ने की। लक्ष्मी जैन ने कहा कि 1984 से महिलाएं आंगनबाड़ी विभाग में काम कर रही हैं। उन्हें अब तक संविदा पर रखा गया है। छह से आठ हजार रुपए मानदेय मिलता है, जो मजदूरी से भी कम है। उनसे 25 तरह के काम लिए जाते हैं। कार्यकर्ता तीन साल तक के बच्चों से लेकर महिलाओं तक की देखभाल करती हैं। गर्भवती महिलाओं की नौ माह तक निगरानी करती हैं। टीकाकरण, किशोरी बालिकाओं की देखभाल और राज्य सरकार की योजनाओं का काम घर-घर जाकर करती हैं। लक्ष्मी जैन ने कहा कि सरकार सिर्फ 10 प्रतिशत मानदेय बढ़ाकर छलावा करती है। केंद्र सरकार ने भी एक बार मानदेय बढ़ाकर चुप हो गई। इससे कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। अब संगठन के आह्वान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पोस्ट कार्ड लिखने का अभियान शुरू किया। बैठक में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पोस्ट कार्ड लिखकर जिलाध्यक्ष मंजुला प्रजापत को सौंपे। पोस्ट कार्ड में मांग की गई कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्थायी कर राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए। पत्र में राज्य कर्मचारी की तरह छुट्टी, बीमा और पीएफ जैसी सुविधाएं देने की भी मांग की गई। लक्ष्मी जैन ने चेतावनी दी कि यदि राज्य और केंद्र सरकार ने मांगें नहीं मानीं तो पूरे प्रदेश में चरणबद्ध धरने, प्रदर्शन, रैली और काम बंद आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रभारी मांगीलाल पंचाल, निर्मला बरांडा, सविता खराड़ी, मीरा खराड़ी, धौली देवी, शारदा कटरा, माया, रीना कुंवर, मंजुला पांचाल, रंजना, गीता प्रजापत, जसोदा, सुभद्रा कुंवर, गंगा सहित कार्यकर्ता मौजूद रहीं।
माथुगामड़ा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्थाई कर मानदेय बढ़ाने की मांग
