मानसून धीरे-धीरे किलेबंदी कर रहा है। अभी सेनापति के रूप में प्री-मानसून आया हुआ है। बूंदों के बाण चला रहा है। मानसून पीछे-पीछे आगे बढ़ रहा है। गति भी थोड़ी तेज है। मौसम विभाग को भी इसके संकेत मिल गए हैं। तभी तो आवाम के बीच पुरजोर शंखनाद कर रहा है कि मेवाड़ की सीमा में इस बार अपने तय कार्यक्रम 25 जून से पहले ही तंबू गाड़ देगा। दो-तीन दिन में ही दस्तक देने की घोषणा हो रही है। उदयपुर संभाग के रास्ते ही पूरे प्रदेश में धाक जमाने की पुख्ता सूचना भी मिल रही है। हालांकि, योजना ऐनवक्त पर बदली तो हाड़ौती-वागड़ को भी जरिया बना सकता है। वैसे इतिहास गवाह है कि मानसून ने अमूमन हर बार मेवाड़ को ही प्रदेश पर कब्जे के लिए मुफीद माना है। पिछली बार भी ऐसा किया था। उधर, मानसून के बढ़ते कदमों के बीच लगातार चौथे दिन मंगलवार को भी बारिश हुई। शुरुआत सुबह 9 बजे से हुई। रुक-रुककर शाम तक बूंदाबांदी होती रही। रात 8 बजे हमले तेज हुए और साढ़े 11 बजे तक चले। पारा धड़ाम… गर्मी 8.5 डिग्री धुली, दिन 30.1 पर
दिन का पारा 8.5 डिग्री गिरा और 30.1 डिग्री रह गया। औसत स्तर 37.5 डिग्री से 7.4 डिग्री कम। जून का अभी तक का सबसे ठंडा दिन भी। रात का तापमान भी 0.1 डिग्री गिरकर 25.4 डिग्री रहा। औसत 26.4 से 1 डिग्री कम है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून 24 घंटे में दक्षिणी राजस्थान में बढ़ेगा। अगले 48 घंटे में उदयपुर व कोटा संभाग में पहुंच सकता है।
