बूंदी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े के तहत जाखमुंड ग्राम पंचायत में किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए। यह कार्ड किसानों को उनकी जमीन की वास्तविक स्थिति से अवगत कराएगा। मृदा स्वास्थ्य कार्ड में किसानों की जमीन में मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी दी गई है। इससे किसानों को पता चलेगा कि उनकी मिट्टी में किन तत्वों की कमी है और किनकी अधिकता। कार्ड में आगामी फसल के लिए उर्वरकों की सटीक मात्रा की सिफारिश भी की गई है। अब तक किसान अनुमान के आधार पर डीएपी और यूरिया का प्रयोग करते थे। इससे कभी फसल अच्छी होती थी तो कभी लागत भी नहीं निकल पाती थी। मृदा स्वास्थ्य कार्ड से किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने में मदद मिलेगी। इससे न केवल उनकी लागत कम होगी बल्कि मिट्टी का स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा। यह पहल किसानों के लिए एक नई सुबह लेकर आई है। वैज्ञानिक खेती से उनकी आय में वृद्धि की संभावना है। साथ ही मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार से दीर्घकालिक फायदे भी मिलेंगे।
मिट्टी की सेहत का रिपोर्ट कार्ड:बूंदी के जाखमुंड में किसानों को मिला मृदा स्वास्थ्य कार्ड, वैज्ञानिक खेती का रास्ता खुला
