भास्कर न्यूज | भीलवाड़ा बापूनगर स्थित श्री पदमप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में ऐलक क्षीर सागर महाराज के सानिध्य में मूलनायक पदमप्रभु भगवान का महामस्तकाभिषेक किया। अध्यक्ष लक्ष्मीकांत ने बताया कि सुबह पदमप्रभु भगवान सहित सभी प्रतिमाओं का महामस्तकाभिषेक करने के बाद क्षीरसागर महाराज ने शांतिधारा पाठ वाचन किया। चांदमल जैन एवं लक्ष्मीकांत जैन ने पदमप्रभु, ताराचंद अग्रवाल ने आदिनाथ, विकास गंदेरिया ने मुनि सुव्रतनाथ भगवान की शांतिधारा की। ऐलक क्षीरसागर महाराज ने धर्मसभा में कहा कि पंचम काल में मोक्ष संभव नहीं है। यह जैन धर्म की एक मान्यता है। इसका अर्थ है कि इस समय आत्माओं को पूर्ण मुक्ति नहीं मिल सकती, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मोक्ष की यात्रा को त्याग देना चाहिए। प्रचार मंत्री प्रकाश पाटनी ने बताया कि शाम को जिनेंद्र देव की आरती के बाद क्षीरसागर महाराज ने प्रश्नों का समाधान किया।