चित्तौड़गढ़ शहर के पास सदर थाना क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया, जब मेडिकल कॉलेज के पास अडानी गैस कंपनी की पाइपलाइन अचानक लीक हो गई। यह हादसा जेसीबी मशीन से खुदाई करते वक्त हुआ। गैस का रिसाव होते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। खुदाई कर रहे जेसीबी ड्राइवर और अन्य वर्कर गैस रिसाव देखकर मौके से भाग निकले। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और अन्य विभाग तुरंत हरकत में आ गए। तहसीलदार राहुल धाकड़, सदर थाना पुलिस, फायर ब्रिगेड की टीम, अडानी गैस कंपनी के अधिकारी और ठेकेदार मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने तुरंत इलाके की सुरक्षा व्यवस्था संभाली और स्थिति को नियंत्रण में लिया। तहसीलदार राहुल धाकड़ ने बताया कि जिस स्थान पर पाइपलाइन में लीकेज हुआ, वह आबादी क्षेत्र से कुछ दूर था, जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया। उन्होंने कहा कि आसपास की बिजली लाइन को तुरंत बंद करवा दिया गया ताकि किसी तरह की चिंगारी या आगजनी की आशंका न रहे। साथ ही अडानी कंपनी के तकनीकी कर्मचारियों को बुलाकर रिसाव को बंद कराया गया और पाइपलाइन की मरम्मत करवाई गई। ठेकेदार की लापरवाही आई सामने
इस मामले में तहसीलदार धाकड़ ने बताया कि ठेकेदार और कंपनी के सीनियर इंचार्ज दोनों मौके पर मौजूद थे। अडानी कंपनी के इंचार्ज का कहना था कि जिस स्थान पर खुदाई की जा रही थी, वहां जेसीबी मशीन चलाना अलाउड नहीं था और न ही ठेकेदार ने कंपनी को इसकी सूचना दी थी। उन्होंने ठेकेदार की लापरवाही को गंभीर माना और कहा कि यह सुरक्षा नियमों का उल्लंघन है। वहीं, ठेकेदार ने दावा किया कि उसे यह काम करने का ठेका मिला था, इसलिए उसने खुदाई शुरू करवाई थी। लेकिन बिना कंपनी की अनुमति के गैस पाइपलाइन के पास जेसीबी से खुदाई करना खतरे से खाली नहीं था।
तहसीलदार ने बताया कि इस पूरी घटना की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और ठेकेदार को नोटिस जारी कर दिया गया है। अडानी कंपनी ने भी इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए ठेकेदार को टर्मिनेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
गनिमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि या बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन प्रशासन ने इस प्रकार के मामलों में सावधानी बरतने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की सख्त हिदायत दी है।
