चूरू के तारानगर में एक युवक ने मानवता की अनूठी मिसाल पेश की है। निजी संस्था में प्रिंसिपल पद पर कार्यरत हरीश धेरड़ ने अपना नया घर बनाते समय एक पेड़ काटना पड़ा। इस दौरान पेड़ पर बने पक्षियों के घोंसले टूट गए। इस घटना से दुखी हरीश ने एक अनोखा निर्णय लिया। उन्होंने अपने नए घर के गृह प्रवेश समारोह में एक परंपरा को तोड़ा। मेहमानों को कपड़े या नकद उपहार देने की बजाय उन्होंने सैकड़ों लकड़ी के पक्षी घर भेंट किए। हरीश का कहना है कि उन्हें पालतू जीवों से विशेष लगाव है। वह अपने खाली समय में बालाजी गौ सेवा समिति में गायों की सेवा भी करते हैं। उनका यह कदम पर्यावरण संरक्षण और पक्षियों के प्रति संवेदनशीलता का अनूठा उदाहरण है।
मेहमानों को भेंट किए पक्षियों के लिए घर:घोंसले टूटने से दुखी प्रिंसिपल की पहल, घर बनाते समय उजड़ा था परिंदों का आशियाना
