अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स का टारगेट 12% घटाकर 82,000 कर दिया है। इससे पहले ये टारगेट 93,000 था। इसके साथ ही फर्म ने कहा कि कच्चे तेल के दाम लगातार 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर रहने पर सेंसेक्स गिरकर 63,000 तक आ सकता है। तेल के दाम बढ़ने पर महंगाई में वृद्धि होगी और RBI ब्याज दरों में उम्मीद से कम कटौती करेगा। बेस केस : ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स 82,000 पहुंचने की उम्मीद है। ये मौजूदा लेवल से 7% तेजी को दर्शाता है। यह अनुमान यह मानकर लगाया गया है कि तेल कीमतें स्थिर रहेंगी और इकोनॉमी में निजी निवेश बढ़ेगा। इसके साथ ही RBI ब्याजदरों में 0.5% की कटौती करेगा। बेयर केस: मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि कच्चे तेल के दाम लगातार 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर रहे और अमेरिका में मंदी आती है तो सेंसेक्स मौजूदा स्तर से 22% घटकर 63,000 तक जा सकता है। दिसंबर में 28.5% तेजी का अनुमान जताया था अमेरिकी फर्म ने इससे पहले कहा था कि घरेलू निवेश के चलते 2025 में भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले उभरते बाजारों में से एक हो सकता है। बाजार तेजी बने रहने पर एक साल में सेंसेक्स 1,05,000 तक का स्तर छू सकता है। यह मौजूदा स्तर से 28.5% तेजी दर्शाता है। बेस केस: ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि अगले एक साल में सामान्य रुझान की स्थिति (बेस केस) में भी सेंसेक्स 93,000 का लेवल छू सकता है। यह 13.8% तेजी दर्शाता है। यह अनुमान यह मानकर लगाया गया है कि सरकारी घाटा कम होने से इकोनॉमी में स्थिरता बनी रहेगी, निजी निवेश बढ़ेगा और रियल ग्रोथ व रियल रेट्स के बीच अंतर बढ़ेगा। बेयर केस: मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि बाजार में यदि मंदी (बेयर केस) आती है तो सेंसेक्स एक साल में मौजूदा स्तर से 14.3% गिरकर 70 हजार तक के लेवल पर आ सकता है। ऐसा तब होगा, जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़कर 110 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएं और अमेरिका की अर्थव्यवस्था मंदी की गिरफ्त में आ जाए। भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान भी घटाया था मॉर्गन स्टेनली ने दिसंबर में वित्त वर्ष 25 के लिए भारत की ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट यानी GDP ग्रोथ रेट के अनुमान को रिवाइज कर 6.3% कर दिया था। मल्टीनेशनल इन्वेस्टमेंट बैंक और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी ने पहले यह अनुमान 6.7% बताया था। मॉर्गन स्टेनली ने इससे पहले भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान वित्त वर्ष 25 के लिए 6.7% बताया था। सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही में ग्रोथ स्लोडाउन के बाद मॉर्गन स्टेनली ने यह डाउनग्रेड किया है।