यमुनानगर में मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने का डर दिखाकर करीब साढ़े आठ लाख की ठगी करने वाले तीन आरोपी वारदात के 10 माह बाद पकड़ में आए हैं। तीनों आरोपी राजस्थान के रहने वाले हैं। आरोपी खुद को कभी कोरियर कंपनी का कर्मचारी तो कभी मुंबई की क्राइम ब्रांच का सब इंस्पेक्टर बताते थे। आरोपियों की पहचान अमीन अली निवासी जयपुर, कपिल चौहान निवासी अजीतगढ़ अभय सक्सेना के रूप में हुई है। आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जज के आदेश पर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पार्सल कस्टम विभाग के फंसने की कही बात
साइबर क्राइम थाना प्रभारी संदीप कुमार ने आज बताया कि 16 सितंबर 2024 को जगाधरी निवासी गुरुजोत सिंह की शिकायत पर केस दर्ज हुआ था। गुरुजोत सिंह ने बताया था कि वह गुरुग्राम में प्राइवेट नौकरी करता है। 25 जुलाई 2024 को उसके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को फैड्रक्स कोरियर कंपनी का कर्मचारी बताया और कहा कि आपके आधार कार्ड पर मुंबई से एक कोरियर रशिया के मास्को शहर में भिजवाया गया है, जिसको मुंबई बॉर्डर पर कस्टम विभाग वालों ने पकड़ लिया है। पार्सल में 50 किलो कपड़े, दो लैपटॉप, तीन क्रेडिट कार्ड व ड्रग्स
पार्सल के अंदर 50 किलो कपड़े, दो लैपटाॅप, तीन क्रेडिट कार्ड व 150 ग्राम ड्रग्स मिली है। यह सुनकर वह घबरा गए। काॅल करने वाले को कहा कि उसने इस प्रकार का कोई सामान कोरियर नहीं किया है। तब ठग ने कहा कि तुम्हारे आधार कार्ड की डिटेल लीक हो चुकी है। इस वजह से तुम्हारे नाम पर कई पार्सल विदेश भेजे जा रहे हैं। इस संबंध में तुम्हे मुंबई आना पड़ेगा। जब उसने मुंबई जाने से मना किया तो ठग ने कहा कि उसकी शिकायत को ऑनलाइन भी दर्ज की जा सकती है। ठग ने कहा कि तुम्हारी काॅल को मुंबई क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर रहे हैं। क्राइम ब्रांच मुंबई को ट्रांसफर की कॉल
कॉल ट्रांसफर होने के बाद किसी अजय बंसल ने बात की, जिसने खुद को क्राइम ब्रांच में सब इंस्पेक्टर बताया। आरोपी ने कहा कि तुम्हारे आधार कार्ड से मोहम्मद इस्लाम नवाब मलिक का नाम जुड़ा हुए है, जो मनी लॉन्ड्रिंग का काम करता है। आरोपी अजय बंसल ने उसके खातों में बारे में डिटेल ली और कहा कि इन्हें सीज कर दिया जाएगा, जिससे वह घबरा गया और इससे पीछा छुड़वाने के लिए कहा। इस पर अजय बंसल ने एक खाता नंबर दिया और उसमें 8 लाख 48 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए। जब उसे ठगी का एहसास हुआ तो पुलिस में शिकायत दी। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने इस शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर टीम का गठन किया गया। टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

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