अलवर| भाजपा नेता पहलवान यासीन खान की नारायणपुर थाना क्षेत्र के विजयपुरा गांव के समीप 4 दिन पहले हथौड़ों से ताबड़तोड़ वार कर हत्या करने के मामले में नया मोड सामने आया है। यासीन की हत्या करने में साइबर ठग के साथ सुपारी किलर का हाथ होने की आशंका है। साइबर ठग के जरिए ही सुपारी किलर को यासीन की हत्या करने के लिए मोटी रकम दिए जाने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। पुलिस वारदात के चार दिन गुजर जाने के बाद भी अभी तक हत्याकांड में शामिल किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इससे मृतक यासीन के परिजनों में पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोश है। उधर, वन मंत्री संजय शर्मा ने रविवार को यासीन खान के घर पहुंच उसके परिजनों को ढांढ़स बंधाया। वन मंत्री शर्मा ने मौके से एसपी को फोन कर हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी का फीडबैक लिया। सूत्रों के अनुसार, यासीन खान से रंजिश रखने वाले आरोपियों ने साइबर ठग साजिद खान निवासी गोठड़ी के जरिए सुपारी किलरों को यासीन खान की हत्या की सुपारी दी गई थी। सुपारी किलरों ने साजिद के साथी जयपुर में कार्यरत पुलिस कर्मी से यासीन खान के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कराई। फिर सुपारी किलरों ने पहलवान यासीन का जयपुर से पीछा करना शुरू कर दिया। सुपारी किलरों ने घाटा बांदरोल-नारायणपुर मार्ग पर रास्ते में सुनसान जगह पर यासीन खान की कार को घेर लिया। बदमाशों ने यासीन खान को जान से मारने की नियत से उस पर हथौड़ों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। वारदात के बाद बदमाश एक हथोड़ा और लकड़ी का टूटा हत्था यासीन की कार में पड़ा छोड़कर भाग गए। एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि पुलिस टीम को यासीन खान के हत्यारों के बारे में कुछ अहम सुराग व लीड हाथ लगी है। जिसके आधार पर बदमाशों को चिन्हित करने के साथ उनके ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है। एसपी ने बताया कि यासीन की हत्या के षड्यंत्र में शामिल संदिग्ध पुलिस कर्मी की भूमिका की जांच की जा रही है। साथ ही हत्या आरोपियों की धरपकड़ जारी है। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर भी उनसे भी पूछताछ की गई।
यासीन हत्याकांड : साइबर ठग के जरिए दी थी बदमाशों को सुपारी, ठिकानों पर छापेमारी
