img2025062117294975 1750507199 js3hHh

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम के नोडल अधिकारी का एक वीडियो जमकर शेयर हो रहा है। वीडियो में नोडल अधिकारी और आयुर्वेद विभाग के उप निदेशक डॉ. जितेंद्र स्वामी नशे में धुत होकर स्टेडियम परिसर में एक बेंच पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो 20 जून को चल रही योग दिवस की तैयारियों के समय रात का बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार डॉ. स्वामी की नशे की हालत को देखकर एक अन्य अधिकारी और एक कर्मचारी उन्हें घर छोड़कर आए थे। दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई मामले को लेकर जिला कलेक्टर रामवतार मीणा ने कहा- अगर ऐसा कोई मामला सामने आया है तो निश्चित रूप से जांच करवाई जाएगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। सुबह दिलाई नशा मुक्ति की शपथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को सुबह झुंझुनूं के स्वर्ण जयंती स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम के दौरान अधिकारी को मंच पर बुलाया गया और उनसे नशा मुक्ति की शपथ भी दिलवाई गई। वे समाज को नशे से दूर रखने पर जोर दे रहे थे। लेकिन इससे कुछ ही घंटे पहले का उनका वीडियो शेयर हो रहा है। योग दिवस की तारीख तक भूले डॉ. स्वामी से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने तारीख ही गलत बताई। 21 जून की जगह 21 जनवरी बता दिया। एक साथ दो कचौरी खाने से एलर्जी हो गई इस पूरे घटनाक्रम को लेकर डॉ. जितेंद्र स्वामी ने अपनी सफाई दी है। उन्होंने शराब पीने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उन्हें फूड एलर्जी है और यही उनकी बिगड़ी हालत का कारण थी। उन्होंने बताया, “मैंने रात को सिर्फ दो कचौरी खाई थी, जिसके बाद मुझे तेज एलर्जी हो गई। इसके बाद मुझे ‘प्राइमाकोट’, ‘डेक्सोना’ और ‘एविल’ नामक इंजेक्शन दिए गए। इन इंजेक्शनों के प्रभाव से शरीर सुस्त हो जाता है और नींद आ जाती है। इस कारण मैं वहीं स्टेडियम में एक बेंच पर बैठा और नींद आ गई। शराब पीने की बात सरासर गलत और भ्रामक है।” डॉ. स्वामी ने यह भी कहा कि उनकी छवि को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है और वे इसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही का विकल्प भी खुला रखेंगे। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे वर्षों से नशामुक्त जीवन शैली को अपनाए हुए हैं और योग तथा आयुर्वेद के माध्यम से समाज को स्वस्थ जीवन के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनके अनुसार, यह वीडियो एक दुर्भावनापूर्ण प्रयास है, जिसे बिना संदर्भ के प्रसारित किया जा रहा है।

Leave a Reply

You missed