जोधपुर की सरदारपुरा पुलिस ने एक ऑफिस और मकान में पेट्रोल डालकर आग लगाने की सनसनीखेज वारदात के चौथे फरार आरोपी रिछपाल सिंह उर्फ यशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पिछले 45 दिन से आरोपी की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी लेकिन शातिर लगातार एक जिले से दूसरे जिले में छुपकर फरारी काट रहा था। एसीपी (पश्चिम) छवि शर्मा ने बताया- घटना 27 अप्रैल की रात की है, जब भदवासिया रिद्धी-सिद्धी विहार निवासी सौभाग सिंह (44) सरदारपुरा तीसरी सी रोड पर स्थित अपने ऑफिस में नहीं थे। इसी दौरान कुछ बदमाशों ने ऑफिस-मकान में पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई थी। आग में ऑफिस के महत्वपूर्ण दस्तावेज, 2 लाख 75 हजार रुपए की नकदी, कई पार्टियों के चैक और जमीनों के कागजात जल गए। गनीमत रही कि घटना के वक्त सौभाग सिंह मौके पर नहीं थे, जिससे उनकी जान बच गई। इस संबंध में पीड़ित की रिपोर्ट पर सरदारपुरा थाने में केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई और तीन आरोपियों को पुलिस ने पूर्व में गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में पुलिस को करवड़ के केलावा कलां निवासी रिछपाल सिंह उर्फ यशपालसिंह (26) पुत्र जब्बरसिंह की तलाश थी, जो घटना के बाद से ही लगातार जयपुर, दिल्ली, जैसलमेर, जालौर, पाली सहित कई शहरों में फरारी काट रहा था। पुलिस टीम ने लगातार 45 दिन तक पीछा करने के दौरान हैड कॉन्स्टेबल बजरंग की अहम सूचना के आधार पर आरोपी को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया। रुपयों के लेन-देन का विवाद सरदारपुरा थानाधिकारी शेषकरण बारहठ ने बताया- बदमाश रिछपाल उर्फ यशपाल का रुपयों के लेनदेन को लेकर सौभागसिंह से विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते उसने इस वारदात को अंजाम दिया था। इसके खिलाफ पूर्व में भी जालोर में हत्या और रातानाडा भाटी चौराहा पर कैदी की हत्या जैसे गंभीर मामले दर्ज हो रखे हैं। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। पुलिस टीम में एसआई विश्राम मीणा, हैड कॉन्स्टेबल बजरंग, कॉन्स्टेबल दिनेश, महेन्द्र और सरिता भी शामिल रहे।