रणथम्भौर दुर्ग में आज एक बार फिर टाईगर मूवमेंट देखने को मिला। जिसके बाद वन विभाग की ओर से त्रिनेत्र गणेश जाने पर रोक लगा दी। यहां त्रिनेत्र गणेश दर्शनार्थ जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते वन विभाग ने इस मार्ग को बंद किया है। वन विभाग ने श्रद्धालुओं को गणेश धाम स्थित रणथम्भौर के प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया गया। क्योंकि त्रिनेत्र गणेश मंदिर रणथंभौर दुर्ग में स्थित है ,जहाँ फिलहाल टाईगर का मुवमेंट बना हुआ है। जानकारी के अनुसार रणथम्भौर दुर्ग में त्रिनेत्र गणेश मंदिर के नजदीक 32 खंबे की छतरी के आसपास टाईगर का मूवमेंट बना हुआ है। जिसके चलते वन विभाग की ओर से त्रिनेत्र गणेश श्रद्धालुओं की मंदिर में आवाजाही पर फिलहाल रोक लगा दी गई और त्रिनेत्र गणेश मार्ग के गणेश धाम स्थित रणथम्भौर के प्रवेश द्वार को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया। ताकि श्रद्धालुओं के साथ कोई अनहोनी घटित ना हो सके। गौरतलब है कि विगत कई समय से रणथम्भौर दुर्ग एंव त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर टाईगर मूवमेंट लगातार देखने को मिल रहा है। त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग और रणथम्भौर दुर्ग व दुर्ग के आस पास 15 से अधिक टाइगर का मूवमेंट रहता है। ऐसे में वन विभाग कोई रिस्क नही लेना चाहता है और श्रद्धालुओं के लिए गणेश मार्ग को बंद कर दिया गया है। रणथम्भौर की बाघिन टी 84 एरोहेड व उसके दो शावक , बाघिन रिद्धि व उसके उसके तीन शावक व बाघिन सुल्ताना व उसके तीन शावकों सहित अन्य दो से तीन टाइगर का इस इलाके में लगातार मूवमेंट देखा जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में कई बार टाईगर का मूवमेंट यहां देखने को मिला है।जिसके चलते वन विभाग की ओर से श्रद्धालुओ की सुरक्षा के मध्यनजर त्रिनेत्र गणेश मार्ग को बंद कर श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी जाती है। आज एक बार फिर वन विभाग की ओर से श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी गई। जिसके चलते दूर दराज से त्रिनेत्र गणेश दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालु गणेश दर्शन के लिए मन्दिर नही पहुंच पाए और गणेश धाम स्थित रणथम्भौर के प्रवेश द्वार पर ही ढोक लगाकर निराश मन से वापस लौटने को मजबूर है। रणथम्भौर दुर्ग में टाईगर मूवमेंट को लेकर वन विभाग की टीम मॉनिटरिंग में जुटी हुई है ।