बिजली उपभोक्तओं को भारी भरकम बिलों से राहत देने और हर माह ज्यादा कैश कलेक्शन के लिए राजस्थान की तीनों बिजली कंपनियां कॉमन बिलिंग सिस्टम शुरू करने जा रही हैं। आगामी 3 माह में ये सिस्टम लागू होने के बाद तीनों डिस्कॉम के 1.5 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को ऑन स्पॉट बिल मिलेगा। इसके लिए मीटर रीडर विशेष एप वाले मोबाइल से उपभोक्ता के मीटर का फोटो कैप्चर करेगा और साथ ही उसकी रीडिंग के आधार पर गणना कर हाथों हाथ छोटे प्रिंटर से बिल प्रिंट कर उपभोक्ता को थमा देगा। तीनों कंपनियों के 15 लाख कृषि उपभोक्ता इस दायरे से मुक्त रहेंगे। अभी जयपुर डिस्कॉम में ये व्यवस्था लागू है, उसका कॉन्ट्रेक्ट जल्दी ही खत्म होने वाला है। इसके चलते ही अब एक साथ तीनों बिजली कंपनियों में ये मंथली कॉमन बिलिंग सिस्टम लागू किया जा रहा हैं। इस कंपनी के एप भी उपभोक्ताओं के लिए पहली बार लांच होंगे, इससे प्रीपेड बिलिंग से लेकर तीन से चार तरह की आसान सर्विस शुरू होगी। पांच साल के लिए 445 करोड़ का कॉन्ट्रेक्ट : प्रदेश की तीनों डिस्कॉम्स, जयपुर, जोधपुर और अजमेर ने बैंगलुरू की कंपनी बेल्लरी कम्प्यूटर एंड आईटी सर्विस (बीसीआईटीएस) को 445 करोड़ रुपए में पांच साल के लिए कॉन्ट्रेक्ट किया हैं। इस अवधि के बाद कंपनी को दो साल का एक्सटेंशन भी दिया जा सकता हैं। इसके लिए कंपनी स्पेशल सॉफ्टवेयर और ऐप तैयार किया हैं। मीटर रीडर्स को स्मार्ट मोबाइल फोन और प्रिंटर दिया जाएगा। इसके लिए फील्ड व तकनीकी कार्मिकों की ट्रेनिंग होगी। रीडिंग लेने के लिए रीडर को उपभोक्ता के मीटर के पास जाना होगा, किसी अन्य के मोबाइल से फोटो लेकर अपलोड नहीं किए जा सकेंगे। हर उपभोक्ता की जीयो फेसिंग की जाएगी, इसका दायर 2 मीटर तक होगा। इसमें एंटर करने के बाद ही मोबाइल में रीडिंग दर्ज हो सकेगी। डिस्कॉम्स चेयरमेन भानु प्रकाश ऐटरू ने बताया कि तीनों बिजली कंपनियों मंथली स्पॉट बिलिंग आने वाले तीन माह में शुरू हो जाएगी। इससे उपभोक्ता और डिस्कॉम्स दोनों को फायदा होगा। अभी जयपुर में व्यवस्था चल रही है, फिर एक साथ तीनों कंपनियों में कॉमन बिलिंग सिस्टम शुरू करने जा रहे हैं। अभी जोधपुर और अजमेर की बिलिंग व्यवस्था दो माह की है। यानी उपभोक्ताओं को दो माह का बिल एक साथ मिल रहा है। सिर्फ जोधपुर शहर में हर माह बिलिंग हो रही हैं। बिल की प्रिंटिंग से लेकर वितरण के लिए कंपनियों को प्रति बिल 5 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। नई व्यवस्था के तहत मीटर रीडिंग, स्पॉट बिलिंग के लिए प्रति बिल 4.14 रुपए की लागत आएगी। अभी हर जिला वृत्त में प्रिंटिंग की व्यवस्था चल रही है। बिल प्रिंट होने के बाद अक्सर ही उपभोक्ताओं को समय पर बिल नहीं मिलते थे। वितरण करने वाले किसी एक जगह पर बिल रखकर चले जाते थे।